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पटना ब्लास्टCase:अमित शाह की रैली में थी धमाके की योजना!

पटना। बिहार की राजधानी पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र के एक फ्लैट में सोमवार रात हुए बम विस्फोट मामले में नया खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली में धमाका करने की योजना थी। बता दें कि अमित शाह की इसी महीने की 14 तारीख को पटना में रैली प्रस्तावित है। इस मामले की पुलिस के साथ-साथ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) और खुफिया विभाग (आईबी) ने भी जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने तीन संदिग्धों की तस्वीर जारी की है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू हो चुकी है। बता दें कि मंगलवार को बिहार की राजधानी पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र के बहादुरपुर कॉलोनी के फ्लैट में एक टाइमर बम फट गया था। घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल से दो जिंदा बम भी बरामद किए थे, जिसे बाद में डिफ्यूज कर दिया गया। जिस फ्लैट में विस्फोट हुआ है, उसके मालिक की धरपकड के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस के अनुसार, विस्फोट के बाद घटनास्थल से संदिग्धों की तस्वीरों के अतिरिक्त कंप्यूटर, डायरी और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए थे। अगमकुआं थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
अपर पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने बुधवार को बताया कि तीनों संदिग्ध युवकों कुंदन, हेमंत और अशोक की तलाश की जा रही है। तीनों नालंदा के निवासी हैं। पुलिस को जानकारी मिली थी कि ये तीनों फ्लैट में रहते थे। पांडेय ने बताया, विस्फोट बहुत शक्तिशाली नहीं था। शुरूआती जांच से पता चला है कि बम कम तीव्रता वाला था। तीनों संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इन बमों को किस काम में प्रयोग किया जाना था। संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए नालंदा में लगातार छापेमारी की जा रही है।
एक नक्सली संगठन के स्वंभू प्रवक्ता ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली है, लेकिन पुलिस का कहना है कि आखिर नक्सली संगठन को पटना में आकर बम बनाने की क्यों आवश्यकता पडेगी! पुलिस अधिकारी के मुताबिक, बम में जो टाइमर उपकरण लगा था, वह लोटस कंपनी का था। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बीते वर्ष गांधी मैदान में जनसभा के दौरान हुए विस्फोट में भी ऎसे ही बमों का प्रयोग किया गया था। पटना में 14 अप्रैल को गांधी मैदान में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली आयोजित होने वाली है। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
पुलिस ने तीन संदिग्धों की तस्वीर जारी की है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू हो चुकी है। बता दें कि मंगलवार को बिहार की राजधानी पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र के बहादुरपुर कॉलोनी के फ्लैट में एक टाइमर बम फट गया था। घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल से दो जिंदा बम भी बरामद किए थे, जिसे बाद में डिफ्यूज कर दिया गया। जिस फ्लैट में विस्फोट हुआ है, उसके मालिक की धरपकड के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस के अनुसार, विस्फोट के बाद घटनास्थल से संदिग्धों की तस्वीरों के अतिरिक्त कंप्यूटर, डायरी और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए थे। अगमकुआं थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
अपर पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने बुधवार को बताया कि तीनों संदिग्ध युवकों कुंदन, हेमंत और अशोक की तलाश की जा रही है। तीनों नालंदा के निवासी हैं। पुलिस को जानकारी मिली थी कि ये तीनों फ्लैट में रहते थे। पांडेय ने बताया, विस्फोट बहुत शक्तिशाली नहीं था। शुरूआती जांच से पता चला है कि बम कम तीव्रता वाला था। तीनों संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि इन बमों को किस काम में प्रयोग किया जाना था। संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए नालंदा में लगातार छापेमारी की जा रही है।
एक नक्सली संगठन के स्वंभू प्रवक्ता ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली है, लेकिन पुलिस का कहना है कि आखिर नक्सली संगठन को पटना में आकर बम बनाने की क्यों आवश्यकता पडेगी! पुलिस अधिकारी के मुताबिक, बम में जो टाइमर उपकरण लगा था, वह लोटस कंपनी का था। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बीते वर्ष गांधी मैदान में जनसभा के दौरान हुए विस्फोट में भी ऎसे ही बमों का प्रयोग किया गया था। पटना में 14 अप्रैल को गांधी मैदान में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली आयोजित होने वाली है। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
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