Demand for arrest of youth who made indecent remarks on Sikh community intensifies, protest expressed by gheraoing police station-m.khaskhabar.com
×
khaskhabar
Jul 18, 2025 7:11 am
Location
 
   राजस्थान, हरियाणा और पंजाब सरकार से विज्ञापनों के लिए मान्यता प्राप्त
Advertisement

सिख समुदाय पर अभद्र टिप्पणी करने वाले युवक की गिरफ्तारी की मांग तेज, थाने का घेराव कर जताया विरोध

khaskhabar.com: शनिवार, 17 मई 2025 3:04 PM (IST)
सिख समुदाय पर अभद्र टिप्पणी करने वाले युवक की गिरफ्तारी की मांग तेज, थाने का घेराव कर जताया विरोध
बिलसंडा (पीलीभीत)। सिख समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले युवक की गिरफ्तारी को लेकर जनाक्रोश तेजी से बढ़ रहा है। इस मामले में एक दिन पहले साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है, लेकिन अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज सिख समाज के लोगों ने थाने का रुख कर विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।

गुरुद्वारे में हुई बैठक, फिर थाने पहुंचे लोग
मामले को लेकर पहले स्थानीय गुरुद्वारा साहिब में एक आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें सिख समाज के दर्जनों लोग शामिल हुए। बैठक के बाद सभी लोग संगठित होकर स्थानीय थाने पहुंचे और एसओ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से समुदाय ने आरोपी के विरुद्ध त्वरित कानूनी कार्रवाई की मांग की।
साइबर थाने में हो चुकी है FIR
बताया जा रहा है कि आरोपी युवक द्वारा सोशल मीडिया पर सिख समुदाय और गुरुओं के प्रति अभद्र एवं आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद एक दिन पूर्व साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। आरोपी ने स्वयं को हिंदू संगठन का जिलाध्यक्ष बताया है और वह बिलसंडा कस्बे का निवासी है।
थाना प्रभारी ने दिया दो दिन का आश्वासन
थाने पर पहुंचे प्रदर्शनकारी सिख समाज के लोगों ने जब गिरफ्तारी की मांग की, तो थाना प्रभारी (एसओ) ने दो दिन के भीतर जांच कर आवश्यक कार्रवाई और गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। हालांकि, लोगों ने दो टूक चेतावनी दी कि यदि दो दिन में गिरफ्तारी नहीं हुई, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
“गिरफ्तारी नहीं हुई तो सड़कों पर उतरेंगे” – सिख समाज की चेतावनी
गुरुद्वारा कमेटी के वरिष्ठ सदस्य ने कहा: “सिख धर्म और हमारे गुरुओं के सम्मान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपी ने जानबूझकर भावनाएं भड़काने की कोशिश की है। यदि 48 घंटे में कार्रवाई नहीं होती, तो सिख समाज शांत नहीं बैठेगा। यह सिर्फ एक समुदाय का नहीं, पूरे देश की गरिमा का सवाल है।”
स्थानीय प्रशासन की अग्निपरीक्षा
इस मामले ने एक बार फिर सोशल मीडिया की निगरानी और धार्मिक सहिष्णुता की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर सोशल मीडिया पर भड़काऊ कंटेंट पर सख्ती की मांग की जा रही है, वहीं प्रशासन पर यह दबाव है कि समय रहते कार्रवाई कर माहौल बिगड़ने से रोका जाए।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

Advertisement
Khaskhabar.com Facebook Page:
Advertisement
Advertisement