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थम नहीं रहा अवैध डंपिंग का सिलसिला

चम्बा। जिला चंबा में अवैध डंपिंग का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। विभिन्न
निर्माण एवं निजी कार्यों का टनों मलबा मुख्य रावी नदी एवं सहायक नदियों में फैंके
जाने से जलप्रवाह दूषित हो रहा है। सभी
नियमों को ताक पर रखकर नदियों के किनारे मलबा डंप किया जा रहा है।
हालांकि जिला प्रशासन ने डंपिंग के लिए जगहें भी निर्धारित कर रखी हैं। इसके बावजूद रावी नदी के तटों पर धड़ल्ले से अवैध डंपिंग हो रही है और प्रशासन भी आंखें मूंदे हुए है।
प्रशासन ने कई बार सभी विभागों, कंपनियों सहित ठेकेदारों को चिन्हित डंपिग प्वाइंटों पर ही मलबा फैंकने के कड़े निर्देश भी दिए, लेकिन निर्देशों की कोई भी परवाह नहीं कर रहा। स्थानीय वासी सुमन मिन्हास और मियां जी का कहना है कि अवैध डंपिंग के कारण रावी नदी की स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है। सारा कूड़ा कर्कट व गंदगी नदी को प्रदूषित कर रही है। बाहर से आने वाले पर्यटकों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि अवैध डंपिंग पर तुरंत रोक लगाई जाए ताकि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके।
नोटबंदी की राय देने वाले की पूरी राय नहीं मानी...
हालांकि जिला प्रशासन ने डंपिंग के लिए जगहें भी निर्धारित कर रखी हैं। इसके बावजूद रावी नदी के तटों पर धड़ल्ले से अवैध डंपिंग हो रही है और प्रशासन भी आंखें मूंदे हुए है।
प्रशासन ने कई बार सभी विभागों, कंपनियों सहित ठेकेदारों को चिन्हित डंपिग प्वाइंटों पर ही मलबा फैंकने के कड़े निर्देश भी दिए, लेकिन निर्देशों की कोई भी परवाह नहीं कर रहा। स्थानीय वासी सुमन मिन्हास और मियां जी का कहना है कि अवैध डंपिंग के कारण रावी नदी की स्थिति दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है। सारा कूड़ा कर्कट व गंदगी नदी को प्रदूषित कर रही है। बाहर से आने वाले पर्यटकों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि अवैध डंपिंग पर तुरंत रोक लगाई जाए ताकि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके।
नोटबंदी की राय देने वाले की पूरी राय नहीं मानी...
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