IAS लविश ओर्डिया ने बताया सफलता का मंत्र, S.M.A.R.T. स्टडी से चमकेगा भविष्य, अनुष्का ग्रुप में हुआ भव्य सेमिनार, सैकड़ों छात्रों ने लिया मार्गदर्शन

सेक्टर 3 स्थित अनुष्का ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के भव्य सभागार में आयोजित इस सेमिनार में लविश ओर्डिया ने स्मार्ट स्टडी को सफलता की कुंजी बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि आज के दौर में मात्र कठिन परिश्रम पर्याप्त नहीं है, बल्कि सिस्टमेटिक और स्ट्रैटजिक स्टडी की आवश्यकता है।
क्या है IAS ओर्डिया की SMART रणनीति?
IAS लविश ओर्डिया ने छात्रों को बताया कि पढ़ाई में SMART पद्धति को अपनाकर वे किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।इस SMART का आशय है —
S – Specific (विशिष्ट): लक्ष्य को स्पष्ट रूप से निर्धारित करें।
M – Measurable (मापनीय): अपनी प्रगति को मापें।
A – Achievable (प्राप्त करने योग्य): यथार्थवादी लक्ष्य तय करें।
R – Relevant (प्रासंगिक): लक्ष्य का आपके जीवन से सीधा संबंध हो।
T – Time-bound (समयबद्ध): तय समय-सीमा में कार्य को पूर्ण करें।
संघर्ष ही सफलता की गारंटी: डॉ. सुराणा
कार्यक्रम के दौरान संस्थान के संस्थापक डॉ. एस. एस. सुराणा ने कहा— "जीवन में कोई भी सफलता बिना संघर्ष और अनुशासन के नहीं मिलती।" उन्होंने छात्रों से कहा कि यदि वे अनुशासन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं है।
"किस्मत नहीं, मेहनत बोलती है"
अपने प्रेरणादायक संबोधन में IAS ओर्डिया ने कहा—"जो सफलता आपको चमकती हुई नजर आती है, उसके पीछे कई रातों की नींद, असंख्य असफलताएं और अनगिनत त्याग छिपे होते हैं।"उन्होंने छात्रों को समझाया कि किसी भी सफल व्यक्ति को देखकर यह न समझें कि वह किस्मत का धनी है, बल्कि उसकी कहानी में मेहनत का इतिहास छुपा होता है।
स्थानीय टैलेंट पर गर्व: सचिव राजीव सुराणा
संस्थान के सचिव राजीव सुराणा ने कहा कि "हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हमारे क्षेत्र से लविश ओर्डिया जैसे हीरे निकलते हैं, जो ना केवल खुद आगे बढ़ते हैं बल्कि औरों को भी प्रेरित करते हैं।" उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे ईमानदारी और दृढ़ निश्चय के साथ अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहें।
छात्रों की समस्याओं का समाधान
IAS ओर्डिया ने सेमिनार में आए छात्रों की परीक्षा संबंधी कई जटिल समस्याओं का सरल समाधान भी बताया, जिससे कई विद्यार्थी लाभान्वित हुए। उन्होंने अपने निजी अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार सीमित संसाधनों में भी श्रेष्ठ परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
कार्यक्रम में रही ये शख्सियतें मौजूद
कार्यक्रम में भूपेश परमार, हेमंत बाबेल, लोकेन्द्र सिंह राठौड़, जितेन्द्र मेनारिया, हर्षिता चौहान, गिरजा सालवी, निर्मल मेघवाल, सपना कोठारी, कशिश पूजारी, केसर लौहार और नीलम औदिच्य जैसे प्रतिभावान विद्यार्थी भी शामिल रहे।
कार्यक्रम का संचालन बड़े ही प्रभावशाली ढंग से प्रणय जैन ने किया। आयोजन की व्यावस्था और छात्रों के उत्साह से यह स्पष्ट था कि यह सेमिनार न केवल प्रेरणादायक रहा, बल्कि सैकड़ों युवाओं के जीवन की दिशा भी तय कर गया।
इस प्रेरक आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो, रणनीति सटीक हो और मेहनत लगातार हो, तो सफलता सिर्फ सपना नहीं, सच्चाई बन जाती है। IAS लविश ओर्डिया की बातों ने न केवल छात्रों को प्रोत्साहित किया, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिलाया कि "वो कर सकते हैं।"
S.M.A.R.T. सोचिए, S.M.A.R.T. पढ़िए और S.M.A.R.T. बनिए!
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