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बागवानी मंत्री ने पालमपुर में किया सेंटर ऑफ एक्सलेंस और शिवा प्रोजेक्ट का निरीक्षण
वह आज सिद्धपुर सरकार गांव में कलस्टर के अन्तर्गत एक हैक्टेयर भूमि पर लगाए गए नींबू प्रजाति के माल्टा पौधों का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण के दौरान बागवानी विभाग के अधिकारियों बागवानों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी देने को कहा तथा कृषकों को घरद्वार पर बागवानी की तकनीकों बताने की निर्देश दिए। गौरतलब है के इस कलस्टर के तहत पांच किसानों द्वारा एक हेक्टेयर भूमि पर 1100 पौधे माल्टा के लगाए गए हैं। इसमें सोलर फेंसिंग और और सिंचाई की सुविधा भी विभाग द्वारा प्रदान की जा रही है।
इसी क्षेत्र के एक अन्य भाग पर 5 हेक्टेयर भूमि पर 5500 पौधी इसी प्रजाति के ओर भी रोपित किए गए हैं, जिनमें फल आना शुरु भी हो गए हैं। जगत सिंह नेगी ने इस दौरान स्थानीय लोगों द्वारा लगाए गए सेब के पौधों को भी देखा। उन्होंने सेब के तैयार हुए फल की क्वालिटी की सराहना करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में बागवानी की बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से तैयार हुए फलों के लिए बाजार की संभावनाओं के बारे में भी जानकारी ली।
नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 7 जिलों में शिवा प्रोजेक्ट को चलाने के निर्देश दिए गए हैं। तथा 4 से 5 कलस्टरों के मध्य एक मार्केट बनाने तथा इन फलों की प्रोसेसिंग एवं जूस अथवा जैम इत्यादी युनिट बनाने पर भी विचार किया जा रहा है।
इसके बाद उन्होंने पालमपुर के होल्टा में बागवानी निगम द्वारा 11 करोड़ की लागत से निर्मित किए जा रहे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने 5 करोड़ 32 लाख रूपये की लागत से बन रहे किसान प्रशिक्षण भवन तथा विभाग द्वारा चलाई जा रही नर्सरियों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से तैयार हो रहे पौधों की सम्पूर्ण जानकारी ली।
बागवानी मंत्री ने कहा कि सरकार प्रयास करेगी कि प्रदेश में बागवानांे की मांग के अनुरूप विभाग द्वारा स्वयं उन्नत प्रजाति के पौधे तैयार किए जा सकें। उन्होंने कहा कि प्रयास होंगे कि क्षेत्र विशेष से विशेष प्रजाति के पौधे एक नर्सरी में तैयार हों ताकि बागवानों को उच्च गुणवत्ता के पौधे उपलब्ध हो सकें। सरकार इस प्रकार नर्सरियों को बढ़ावा देगी ताकि मांग अनुरूप पौधे तैयार हो सकें।
इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल भी उपस्थित रहे। उन्होंने भी विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र में कृषकों एवं बागवानों की आय को बढ़ाने एवं आधुनिक खेती की ओर उन्हें प्रेरित करने के लिए विशेष कैंप इत्यादी लगाकर उन्हें जागरुक करने को कहा।
इससे पूर्व कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एच.के चौधरी ने बागवानी मंत्री शॉल व टोपी भेंट करके सम्मानित किया। कुलपति ने बागवानी मंत्री को विश्वविद्यालय में बागवानी के क्षेत्र में किए जा रहे शोध के बारे में बताया।
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