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रक्त जांच के नाम पर मरीजों संग खिलवाड़
बुलंदशहर। मामला नगर जहांगीराबाद में नवाब साहब की कोठी के पास स्थित एक पैथ केयर का है। जहां पर एक बाप अपने बच्चे की तबियत ख़राब होने पर रक्त जांच ब्लड टेस्ट हेतु आया था। जहाँ रक्त जांच के एक घण्टे बाद उक्त व्यक्ति को रिपोर्ट सौंप दी गयी। रिपोर्ट देखते ही उस बाप के पैरों तले ज़मीन खिसक गयी। रिपोर्ट में उस बच्चे का हीमोग्लोबिन महज़ 4.3 ग्राम ही निकला। रिपोर्ट लेकर उक्त व्यक्ति आनन-फानन में अपने डॉक्टर से परामर्श करने के लिए दौड़ा। डॉक्टर ने रिपोर्ट देखकर बच्चे का परीक्षण करने के बाद उक्त व्यक्ति को बच्चे की दोबारा रक्त जांच कराने का परामर्श दिया।
जिसके बाद उसी दिन उक्त व्यक्ति ने एक अन्य पैथ लैब से बच्चे की रक्त जांच करायी गयी। जिसमें नतीजे चौंकाने वाले निकले। इस बार बच्चे का हीमोग्लोबिन 9.4 ग्राम निकला। अगले दिन भी दोबारा रक्त जांच करायी गयी तो फिर 9.3 ग्राम ही हीमोग्लोबिन आया। उक्त रिपोर्ट को लेकर जब गुप्ता पैथ केयर के मालिक से असन्तुष्टि जाहिर की गयी तो उन्होंने केवल मशीन ख़राब होने की दुहाई देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि जिस प्रकार यह गलत रिपोर्ट उक्त व्यक्ति को सौंप दी गयी तो क्या पैथोलॉजी लैब्स मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं कर रहे हैंघ्
जिसके बाद उसी दिन उक्त व्यक्ति ने एक अन्य पैथ लैब से बच्चे की रक्त जांच करायी गयी। जिसमें नतीजे चौंकाने वाले निकले। इस बार बच्चे का हीमोग्लोबिन 9.4 ग्राम निकला। अगले दिन भी दोबारा रक्त जांच करायी गयी तो फिर 9.3 ग्राम ही हीमोग्लोबिन आया। उक्त रिपोर्ट को लेकर जब गुप्ता पैथ केयर के मालिक से असन्तुष्टि जाहिर की गयी तो उन्होंने केवल मशीन ख़राब होने की दुहाई देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि जिस प्रकार यह गलत रिपोर्ट उक्त व्यक्ति को सौंप दी गयी तो क्या पैथोलॉजी लैब्स मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं कर रहे हैंघ्
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