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भगत सिंह को परिजनों से मिली थी देशभक्ति की प्रेरणा : महेन्द्र पाल यादव

भिवानी। शहीदे आजम भगत सिंह को देशभक्ति की प्रेरणा उसके परिवार से मिली थी। यह बात स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण संगठन के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र पाल यादव ने उनके शहीद भगत सिंह के 116वें जन्मदिन पर भिवानी स्थित राजपूत धर्मशाला में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कही।
उन्होंने बताया कि भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब के लायलपुर ज़िले के बंगा गांव में सरदार किशन सिंह के घर हुआ था। उनका माता का नाम विद्यावती कौर था। उन्होंने बताया कि अमृतसर में 13 अप्रैल 1919 को हुए जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड ने भगत सिंह की सोच पर गहरा प्रभाव डाला था।
लाहौर के नेशनल कॉलेज की पढ़ाई छोडक़र भगत सिंह ने भारत की आजादी की लड़ाई में कुद पड़े। इस अवसर पर रणबीर सांगवान, जसबीर फौजी, सुभाष बामला, धर्मपाल ग्रेवाल, बिजेन्द्र कोंट, राजेन्द्र जोगपाल, सुरजभान बामला, प्रकाश धनाना, धर्मबीर दहिया, सुरेश किराड़, बलराज सिवाड़ा, रामअवतार गुप्ता, रामपाल यादव, राजेश रोहनात, सतबीर भैणी आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
उन्होंने बताया कि भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब के लायलपुर ज़िले के बंगा गांव में सरदार किशन सिंह के घर हुआ था। उनका माता का नाम विद्यावती कौर था। उन्होंने बताया कि अमृतसर में 13 अप्रैल 1919 को हुए जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड ने भगत सिंह की सोच पर गहरा प्रभाव डाला था।
लाहौर के नेशनल कॉलेज की पढ़ाई छोडक़र भगत सिंह ने भारत की आजादी की लड़ाई में कुद पड़े। इस अवसर पर रणबीर सांगवान, जसबीर फौजी, सुभाष बामला, धर्मपाल ग्रेवाल, बिजेन्द्र कोंट, राजेन्द्र जोगपाल, सुरजभान बामला, प्रकाश धनाना, धर्मबीर दहिया, सुरेश किराड़, बलराज सिवाड़ा, रामअवतार गुप्ता, रामपाल यादव, राजेश रोहनात, सतबीर भैणी आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
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