पेंशनर्स का सम्मान; वरिष्ठ नागरिकों का अनुभव समाज के लिए संजीवनी समान- जवाहर बेढ़म

उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी के लिए वृद्धजनों द्वारा बताई गई बाते नैतिक मूल्यों और अनुशासन का संदेश देती है। कार्यक्रम में डीग-कुम्हेर विधायक डॉ शैलेश सिंह भी मौजूद रहे। डॉ सिंह ने पेंशनर समाज की ओर से किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने पेंशनर्स समाज को विश्वास दिलाया कि उनसे संबंधित जो भी समस्याएं हैं उसे त्वरित गति से निष्पादन करने के लिए राज्य सरकार तत्पर है।
गृह राज्य मंत्री ने कहा कि किसान सम्मान निधि पहली बार में ही 8 हजार रुपए एवं दूसरी बार में 9 हजार रुपए कर दी गई है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 1 हजार रुपए से बढ़ाकर 1 हजार 150 रुपए कर दिया गया। वर्ष 2025-26 में पुनः बढ़ाकर 1 हजार 250 रुपए किया जा रहा है। श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना में अंतर्गत थाली का वजन 450 ग्राम से बढ़ाकर 600 ग्राम किया गया है। समस्त गरीब परिवारों की महिलाओं को 450 रुपए में एलपीजी सिलेडर देने के संकल्प को लागू कर लगभग 73 लाख परिवारों को राहत प्रदान की गई है।
पेंशनर्स को देय आउट डोर चिकित्सा सुविधा व्यय की सीमा 30 हजार रुपए से बढ़ाकर 50 हजार रुपए प्रतिवर्ष कर दी गई। कर्मचारियों की ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा को 20 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपए की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिव्यागों के सामाजिक और आर्थिक संबल को ध्यान में रखते हुए कई विशेष योजनाएं लागू की हैं।
उन्होंने कहा कि विशेष योग्यजनों द्वारा दिव्यांगता प्रमाण-पत्र (यू.डी.आई.डी कार्ड) हेतु स्वावलम्बन पोर्टल पर आवेदन किया जाता है, उनमें से पात्रता अनुसार विशेष योग्यजनों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र (यू.डी.आई.डी कार्ड) जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि विशेष योग्यजनों को नियमानुसार एवं पात्रतानुसार पेंशन का लाभ मिल रहा है।
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