Advertisement
हार्दिक के इलाज के लिए परिजन मांग रहे आर्थिक मदद, शरीर में हैं 24 सुईयां
रायबरेली। शरीर में 24 सुइयों के साथ जीवन जीने को मजबूर हार्दिक के परिजनों ने अब उसका इलाज करा पाने में अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। आर्थिक रुप से कमजोर माता-पिता अब लोगों से मदद की गुहार लगा रहे हैं। वह जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर बच्चे के इलाज के लिए मदद करने की अपील करेंगे। इससे पहले वो कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुके हैं। सोनिया गांधी ने उनको दिल्ली बुलाया था लेकिन पीड़ित परिवार के पास दिल्ली जाने तक का पैसा नहीं है।
22 महीने के हार्दिक का केजीएमयू में पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में इलाज चल रहा है। हार्दिक को डेढ साल से हर दो या 3 महीने के बाद लगातार फॉलोअप के लिए बुला रहे हैं। ऐसे में हार्दिक के पिता शिवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि उनके पास इतने रुपए भी नहीं बचे हैं कि वह रायबरेली के मेजरगंज से हर दो महीने के बाद अपने बेटे के साथ केजीएमयू में फॉलोअप के लिए आ सके। फिलहाल डॉक्टरों का कहना है कि शरीर में मौजूद सुइयों की वजह से हार्दिक को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो रही है वह आम बच्चों की तरह हंस खेल रहा है।
गौरतलब है कि मार्च 2015 में हार्दिक को रायबरेली में जिला अस्पताल लाया गया था तब ये मामला मिडिया में आया था। इसके बाद जिला अस्पताल के डॉक्टरो ने लखनऊ भेजने का इंताजम किया। बाद में इस बच्चे को केजीएमयू लाया गया तब उसकी उम्र मात्र 2 महीने थी।
22 महीने के हार्दिक का केजीएमयू में पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में इलाज चल रहा है। हार्दिक को डेढ साल से हर दो या 3 महीने के बाद लगातार फॉलोअप के लिए बुला रहे हैं। ऐसे में हार्दिक के पिता शिवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि उनके पास इतने रुपए भी नहीं बचे हैं कि वह रायबरेली के मेजरगंज से हर दो महीने के बाद अपने बेटे के साथ केजीएमयू में फॉलोअप के लिए आ सके। फिलहाल डॉक्टरों का कहना है कि शरीर में मौजूद सुइयों की वजह से हार्दिक को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो रही है वह आम बच्चों की तरह हंस खेल रहा है।
गौरतलब है कि मार्च 2015 में हार्दिक को रायबरेली में जिला अस्पताल लाया गया था तब ये मामला मिडिया में आया था। इसके बाद जिला अस्पताल के डॉक्टरो ने लखनऊ भेजने का इंताजम किया। बाद में इस बच्चे को केजीएमयू लाया गया तब उसकी उम्र मात्र 2 महीने थी।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
रायबरेली
उत्तर प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement