वर्ष 2016 समाप्ति की ओर है। इस वर्ष सैल्यूलाइट के परदे पर कई बेहतरीन फिल्मों का प्रदर्शन हुआ। हिन्दी में बनी अनेक फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता प्राप्त की। हर वर्ष ऐसा कुछ होता है जो सिनेमा जगत में हटकर होता है। इस बार भी ऐसा ही कुछ हुआ। अंधेरे में चमकते सिनेमाई परदे पर दो ऐसी फिल्मों का प्रदर्शन हुआ, जिन्होंने दिलो-दिमाग को झकझोर कर रख दिया। कहने को तो यह दो भिन्न भाषाओं में बनी फिल्में रहीं, लेकिन दोनों के दृश्य बार-बार आँखों पर समंदर की लहरों के थपेडे जैसे लगते हैं। दिल दिमाग कहीं और उलझा रहता है, अचानक से फिल्म की तस्वीर जेहन में उभर आती है। इस वर्ष जब से इन दो फिल्मों को देखा इससे भाग नहीं पा रहे हैं। ऐसा लगता है कि मस्तिष्क के साथ-साथ हर गली, हर चौराहे पर किसी ने इन दो फिल्मों की तस्वीरें टांग दी है। यह दो फिल्में हैं - मराठी भाषा में बनी ‘सैराट’ और हिन्दी में बनी ‘दंगल’।