यूपी बोर्ड परीक्षा: आखिर क्यों एक स्कूल क्लर्क ने अपने ही घर को बनाया परीक्षा केन्द्र, जानिएं क्या है मामला

सूत्रों ने कहा कि क्लर्क जिस निजी स्कूल में कार्यरत था, वहां से कुछ दूरी पर स्थित उसके घर पर छापेमारी की गई। यहां से मुहरे लगी कई उत्तर पुस्तिकाएं मिली। नकल से बचने के लिए सुरक्षा के मद्देनजर मुहर का इस्तेमाल किया जाता है।
पुलिस ने कहा कि 'टेस्ट सॉल्वर्स' की एक टीम मुहर लगी उत्तर पुस्तिकाओं पर काम करती, जिसे बाद में इन्हें विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं में जोड़ दिया जाता। अचानक से छापेमारी करने जब पुलिस क्लर्क के घर पर पहुंची, तो उन्होंने देखा की वहां कुछ लोग बैठकर प्रश्न हल कर रहे हैं और उनके पास प्रश्न पत्र भी मिला।
पुलिस ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया। इसमें लड़के और लड़कियां क्लर्क के घर में बैठे दिखाई दे रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि वह यहां क्या कर रहे हैं, एक लड़की ने कहा, "हम परीक्षा के प्रश्न-पत्र हल कर रहे हैं।"
पुलिस ने कहा कि वह इस बात को पहचानने की प्रक्रिया में है कि क्या स्कूल के अन्य कर्मचारी भी इसमें शामिल थे। कथित तौर पर पास कराने के लिए क्लर्क को रुपये देने वाले कम से कम दो छात्रों की पहचान कर ली गई है।
उत्तर प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में करीब 56 लाख विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। राज्य सरकार ने मॉनिटरिंग यूनिट को सेट अप करने के साथ ही परीक्षा केंद्रों के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाए हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (यूपीएसईबी) ने 938 केंद्रों की पहचान 'संवेदनशील' और 395 केंद्रों की पहचान 'अति-संवेदनशील' के रूप में की है।
--IANS
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