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पटियाला पेट्रोल पंप लूट और दोहरे कत्ल कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
चंडीगढ़। राजव्यापी सोशल मीडिया अलर्ट के मद्देनजऱ पंजाब पुलिस ने हाल ही में पटियाला में पेट्रोल पंप लूट और दोहरे कत्ल कांड हादसे के मुख्य दोषी को गिरफ़्तार किया है। आरोपी की पहचान लखनदीप सिंह उर्फ वारिस रंधावा के तौर पर की गई है जिसको कि पटियाला पुलिस द्वारा जारी चेतावनी के बाद काऊन्टर इंटेलिजेंस विंग जालंधर ने कमिश्नरेट पुलिस, जालंधर के सहयोग से गिरफ़्तार किया है। जि़क्रयोग्य है कि पटियाला पुलिस द्वारा पहले दो अन्य दोषी हरप्रीत सिंह उर्फ मक्खन और सिकन्दर सिंह भी पकडे गए हैं।
ए.आई.जी. काऊन्टर इंटेलिजेंस एच.पी.एस. खख के अनुसार भरोसेयोग सूत्रों से संकेत मिले थे कि मुख्य दोषी पटियाला से अपने गाँव डेरा बाबा नानक, जि़ला गुरदासपुर जाते हुए जालंधर में से होकर गुजऱेगा। यह सूचना तुरंत सीटी पुलिस के साथ सांझी की गई और काऊन्टर इंटेलिजेंस विंग और डिविजऩ नंबर 6 की सांझी टीमों ने जालंधर बस अड्डे के नज़दीक अपना जाल बिछाया जहाँ से कि 21 वर्षीय लखनदीप को गिरफ़्तार किया गया।
जांच से पता लगा कि लखनदीप पुलिस थाना डेरा बाबा नानक के अधीन पड़ते गाँव निक्का थथरका के रहने वाले सविन्दर सिंह का लडक़ा है जिसने कि वर्ष 2013 -14 बाद 12वीं करने के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ दी और लुधियाना के अपोलो अस्पताल में बिलिंग ऑपरेटर के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। हालाँकि जुलाई, 2017 में उसने अपनी नौकरी छोड़ दी और अपने चचेरे भाई हरपाल सिंह पुत्र बलविन्दर सिंह की हाईजिन बाओटैक्क नामी फर्म में सेल्ज नुमायंदे के तौर पर काम करना शुरू कर दिया और प्रोफ़ैसर कालोनी, पटियाला में उनके घर ही रहने लगा।
उन्होंने बहादुरगढ़ राजपुरा सडक़ पर पड़ते एच.पी. पेट्रोल पंप को लूटने की कोशिश की परन्तु पंप पर ज़्यादा भीड़ होने के कारण उन्होंने यह विचार त्याग दिया और अपने मुँह ढक कर चमार हरी गाँव के नजदीक पड़ते एच.पी. कंपनी के पेट्रोल पंप की तरफ बढ़े। खख ने आगे बताया कि जब उन्होंने पंप लूटने की कोशिश की तो एक ट्रक चालक ने बीच में दख़ल दिया, जिस दौरान सिकंदर ने अपनी 32 बोर पिस्तौल के साथ उस पर गोली चलाई जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
हालाँकि पटियाला पुलिस द्वारा सोशल मीडिया ग्रुपों में सी.सी.टी.वी. फुटेज के जारी करने के बाद पुलिस दो दोषियों को गिरफ़्तार करने में कामयाब रही जब कि लखनदीप उर्फ वारिस चकमा देकर बच निकला। इसके बाद आई.जी. पटियाला द्वारा राजव्यापी अलर्ट जारी करने के बाद पुलिस ने आखिरकार वारिस को पकड़ लिया जिससे एक स्वदेशी पिस्तोल के अलावा एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया।
ए.आई.जी. काऊन्टर इंटेलिजेंस एच.पी.एस. खख के अनुसार भरोसेयोग सूत्रों से संकेत मिले थे कि मुख्य दोषी पटियाला से अपने गाँव डेरा बाबा नानक, जि़ला गुरदासपुर जाते हुए जालंधर में से होकर गुजऱेगा। यह सूचना तुरंत सीटी पुलिस के साथ सांझी की गई और काऊन्टर इंटेलिजेंस विंग और डिविजऩ नंबर 6 की सांझी टीमों ने जालंधर बस अड्डे के नज़दीक अपना जाल बिछाया जहाँ से कि 21 वर्षीय लखनदीप को गिरफ़्तार किया गया।
जांच से पता लगा कि लखनदीप पुलिस थाना डेरा बाबा नानक के अधीन पड़ते गाँव निक्का थथरका के रहने वाले सविन्दर सिंह का लडक़ा है जिसने कि वर्ष 2013 -14 बाद 12वीं करने के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ दी और लुधियाना के अपोलो अस्पताल में बिलिंग ऑपरेटर के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। हालाँकि जुलाई, 2017 में उसने अपनी नौकरी छोड़ दी और अपने चचेरे भाई हरपाल सिंह पुत्र बलविन्दर सिंह की हाईजिन बाओटैक्क नामी फर्म में सेल्ज नुमायंदे के तौर पर काम करना शुरू कर दिया और प्रोफ़ैसर कालोनी, पटियाला में उनके घर ही रहने लगा।
उन्होंने बहादुरगढ़ राजपुरा सडक़ पर पड़ते एच.पी. पेट्रोल पंप को लूटने की कोशिश की परन्तु पंप पर ज़्यादा भीड़ होने के कारण उन्होंने यह विचार त्याग दिया और अपने मुँह ढक कर चमार हरी गाँव के नजदीक पड़ते एच.पी. कंपनी के पेट्रोल पंप की तरफ बढ़े। खख ने आगे बताया कि जब उन्होंने पंप लूटने की कोशिश की तो एक ट्रक चालक ने बीच में दख़ल दिया, जिस दौरान सिकंदर ने अपनी 32 बोर पिस्तौल के साथ उस पर गोली चलाई जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
हालाँकि पटियाला पुलिस द्वारा सोशल मीडिया ग्रुपों में सी.सी.टी.वी. फुटेज के जारी करने के बाद पुलिस दो दोषियों को गिरफ़्तार करने में कामयाब रही जब कि लखनदीप उर्फ वारिस चकमा देकर बच निकला। इसके बाद आई.जी. पटियाला द्वारा राजव्यापी अलर्ट जारी करने के बाद पुलिस ने आखिरकार वारिस को पकड़ लिया जिससे एक स्वदेशी पिस्तोल के अलावा एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया।
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