MSME is the backbone of industrial development: MP Hanuman Beniwal raises the issue of Rajasthan resources and challenges-m.khaskhabar.com
×
khaskhabar
Nov 8, 2025 11:31 pm
Location
 
   राजस्थान, हरियाणा और पंजाब सरकार से विज्ञापनों के लिए मान्यता प्राप्त
Advertisement

औद्योगिक विकास की रीढ़ है MSME: सांसद हनुमान बेनीवाल ने उठाया राजस्थान के संसाधन और चुनौतियों का मुद्दा

khaskhabar.com: गुरुवार, 09 अक्टूबर 2025 7:03 PM (IST)
औद्योगिक विकास की रीढ़ है MSME: सांसद हनुमान बेनीवाल ने उठाया राजस्थान के संसाधन और चुनौतियों का मुद्दा
नागौर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमों और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने आज दिल्ली में उद्योग संबंधित संसदीय स्थाई समिति की महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया। सांसद बेनीवाल ने समिति के वर्ष 2025-26 के एजेंडे पर हुई चर्चा के दौरान, देश और विशेष रूप से राजस्थान राज्य के औद्योगिक विकास की दिशा में कई अत्यंत महत्वपूर्ण सुझाव दिए। सांसद बेनीवाल ने समिति का ध्यान भारत के वर्तमान औद्योगिक परिदृश्य की ओर आकर्षित किया और कहा कि देश आज वैश्विक प्रतिस्पर्धा, तकनीकी संक्रमण और निवेश आकर्षण के महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि समिति की रूपरेखा ऐसी होनी चाहिए, जो संतुलित विकास, रोजगार सृजन, तकनीकी नवाचार, पर्यावरणीय संरक्षण और सामाजिक उत्तरदायित्व को प्राथमिकता दे। सांसद ने अपने गृह राज्य राजस्थान के संदर्भ में समिति के सदस्यों को अवगत कराते हुए कहा कि राजस्थान राज्य भौगोलिक रूप से विशाल और संसाधनों से संपन्न है। हालाँकि, यह प्रदेश जल, ऊर्जा और बुनियादी ढाँचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) की दृष्टि से गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश के अन्य हिस्सों में औद्योगिकीकरण तेजी से हुआ है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप क्षेत्रीय असमानता, एमएसएमई संकट, बेरोजगारी और निवेश में अस्थिरता जैसी चुनौतियाँ सामने आई हैं, जिन पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है।
हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान में MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र की समस्याओं का विशेष रूप से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि MSME क्षेत्र देश के औद्योगिक ताने-बाने की रीढ़ है, लेकिन वर्तमान में यह कई कठिनाइयों से जूझ रहा है। सांसद ने MSME इकाइयों को ऋण मिलने में आ रही बाधाओं को उजागर करते हुए कहा कि बैंकों द्वारा ऋण स्वीकृति में देरी, गारंटी की जटिल शर्तें, और भुगतान में अनियमितताओं जैसी समस्याओं के कारण इस क्षेत्र का विकास बाधित हो रहा है। उन्होंने समिति से आग्रह किया कि वह इन समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए ताकि MSME क्षेत्र को मजबूती मिले और देश में रोजगार सृजन का मार्ग प्रशस्त हो सके।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

Advertisement
Khaskhabar.com Facebook Page:
Advertisement
Advertisement