भरतपुर में मंदिर की जमीन पर खूनी संघर्ष : जेल से छूटते ही फायरिंग, एक की मौत, दो घायल

घटना डीग सदर थाना क्षेत्र के खोहरी गांव की है, जहां 400 बीघा जमीन वाले एक प्राचीन मंदिर की लीज को लेकर विवाद चल रहा था। इस जमीन को लेने के लिए ओमप्रकाश और हरिओम आमने-सामने थे। विवाद के चलते ओमप्रकाश की शिकायत पर पुलिस ने प्रदीप, मोहन और गुलजार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
गुरुवार को तीनों आरोपी जेल से छूटकर घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में ओमप्रकाश और उसके साथियों ने उन पर फायरिंग कर दी। इस हमले में प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि मोहन और गुलजार वहां से भागने में सफल रहे। इसके बाद ओमप्रकाश और उसके साथियों ने हरिओम के घर पर हमला कर दिया और ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिसमें हरिओम और गौरव घायल हो गए।
घायलों को पहले डीग अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें भरतपुर के आरबीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान 44 वर्षीय हरिओम की मौत हो गई, जबकि गौरव और प्रदीप को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया गया है।
डीग सदर थाना पुलिस के एएसआई हरवीर सिंह ने बताया कि मामला मंदिर की जमीन के लीज को लेकर हुआ था। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।
इस घटना से प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पहले से चल रहे विवाद के बावजूद पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए? और जब आरोपी जेल से छूटे थे, तो उनकी सुरक्षा सुनिश्चित क्यों नहीं की गई? अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और दोषियों पर कब तक शिकंजा कसती है।
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