पटना के जाने माने अर्थशास्त्री शैवाल गुप्ता ने बजट को सामान्य बताते हुए
कहा कि बिहार के लोगों को इस बजट से उम्मीदें थीं, लेकिन इस बजट में बिहार
को खास तौर पर कुछ भी नहीं मिल सका है। बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष
ओपी शाह ने बजट को मिला-जुला बताया है। उन्होंने कहा, वित्तमंत्री ने बजट
में आधारभूत संरचना का जो प्रावधान किया है उससे देश को आर्थिक विकास में
मदद मिलेगी। उन्होंने बिहार के लिए विशेष पैकेज नहीं दिए जाने पर नाखुशी
जताई।
एक निजी विद्यालय की शिक्षिका रोमा श्रीवास्तव कहती हैं कि देश में 62
नवोदय विद्यालय खोलने के प्रस्ताव का स्वागत होना चाहिए। इसके अलावा
विद्यालय परित्याग प्रमाणपत्र के लिए डिजिटल डिपॉजिटरी की भी प्रशंसा होनी
चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार में पूंजी निवेश को बढ़ाने के लिए बजट में
कोई चर्चा नहीं की गई है, जो बिहार के विकास के लिए सबसे जरूरी है।
(IANS)