गोसेवा के साथ परिंदों की सेवा का भी दिया गया संदेश : टोंक में वैश्य महासम्मेलन का 35वां मासिक सेवा आयोजन

गोसेवा से पुण्य, परिंदों से करुणा का संदेश
चतुर्भुज तालाब के पास कामधेनु गोशाला में आयोजित इस कार्यक्रम में वैश्य समाज के सदस्यों ने गुड़, खल, भूसा और हरा चारा खिलाकर गायों की सेवा की। इस दौरान गोशाला परिसर में परिंडे लगाए गए, जिनमें पानी भरकर आने-जाने वाले पक्षियों के लिए जीवनदायिनी राहत का प्रबंध किया गया।
मीना तोषनीवाल, महिला संरक्षिका ने कहा – "हर सनातनी का यह धर्म है कि वह अपनी सामर्थ्य अनुसार गोसेवा करे। गोमाता की सेवा सभी मनोरथों को पूर्ण करती है।"
पुनीत कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही महिलाएं
इस आयोजन में महिला शक्ति की भागीदारी भी उत्साहजनक रही। महिला जिलाध्यक्ष स्नेहा बम्ब ने कहा कि जहां गोसेवा धर्म का हिस्सा है, वहीं परिंदों की सेवा प्रकृति के प्रति उत्तरदायित्व है।
महिला शहर अध्यक्ष रेखा जैन ने सभी अतिथियों का तिलक लगाकर पारंपरिक स्वागत किया।
सेवा भाव रखने वालों का हुआ सम्मान
शहर महामंत्री राजेश बम्ब ने बताया कि संगठन की सेवा गतिविधियों में समर्पण भाव से कार्य करने वाले भगवान दास अजमेरा, ऋचा सिंघल, खुशाल (मोनू) जैन, मीना तोषनीवाल और ममता गोयल को दुपट्टा ओढ़ाकर व उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया।
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