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मिताली ने कहा, 1999 में मुझे जब भारत के लिए खेलने का मौका मिला...

मिताली ने कहा कि वर्ष 1999 में मुझे जब भारत के लिए खेलने का मौका मिला,
मेरे पास प्रायोजक नहीं थे और मेरे पिता ने कड़ी मेहनत कर मुझे क्रिकेट किट
लाकर दी, जो एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी के पास होना जरूरी है। अपने
सालाना वेतन में हुई बढ़ोतरी से मिताली बहुत खुश हैं, लेकिन वे उन पुराने
दिनों को भी नहीं भूली हैं। उन्होंने कहा, आज हम जिस स्थिति में हैं, उसे
हासिल करने के लिए हमने बहुत संघर्ष किया है।
एक समय ऐसा भी था, जब हम पूरा सीजन एक ही बल्ले के साथ खेलते थे और आज मैं एक सीरीज के लिए कई बल्ले इस्तेमाल कर सकती हूं। मिताली के सालाना अनुबंध में भले ही बढ़ोतरी हुई हो, लेकिन उनकी आय बीसीसीआई की ओर से पुरुष क्रिकेट खिलाडिय़ों के लिए तय किए गए वार्षिक अनुबंध में सी-वर्ग में शामिल खिलाडिय़ों से भी कम है।
एक समय ऐसा भी था, जब हम पूरा सीजन एक ही बल्ले के साथ खेलते थे और आज मैं एक सीरीज के लिए कई बल्ले इस्तेमाल कर सकती हूं। मिताली के सालाना अनुबंध में भले ही बढ़ोतरी हुई हो, लेकिन उनकी आय बीसीसीआई की ओर से पुरुष क्रिकेट खिलाडिय़ों के लिए तय किए गए वार्षिक अनुबंध में सी-वर्ग में शामिल खिलाडिय़ों से भी कम है।
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