Advertisement
इन बातों ने मुंबई इंडियंस को चैंपियन बनाने में निभाई अहम भूमिका
नई दिल्ली। एक पुरानी कहावत है, विजेता कोई भी अलग काम नहीं करते हैं, वे काम को अलग तरीके से करते हैं। साफ तौर पर मुंबई इंडियंस का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का चौथा खिताब जीतने का मंत्र यही रहा। मुंबई ने राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए आईपीएल के फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को आखिरी गेंद तक खिंचे मुकाबले में एक रन से हरा चौथी बार आईपीएल का खिताब जीता।
आईएएनएस के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक मुंबई के प्रबंधन ने फाइनल से पहले अपनी टीम के खिलाडिय़ों को प्रेरित करने के लिए ड्रेसिंग रूम में मोटीवेशनल वाक्यों के पोस्टर लगवाए। सिर्फ इतना ही नहीं, दोस्तों और परिवार के सदस्यों ने भी खिलाडिय़ों को प्रेरित करने वाले संदेश भेजे। सूत्र के मुताबिक, यहां वहां मुझे विश्वास है संदेश के पोस्टर ड्रेसिंग रूम में थे। यह सब फाइनल से पहले खिलाडिय़ों को प्रेरित करने के लिए किया गया था।
आईपीएल जैसे प्रारूप में दिन-रात खेलने से खिलाड़ी थक जाता है और ऐसे में इस तरह के संदेश तथा वाक्य उन्हें प्रेरित करते हैं। सूत्र ने कहा, खिलाडिय़ों के दोस्तों और परिवार वालों ने भी वीडियोज के माध्यम से संदेश भेजे। इस तरह की चीजें आपको आगे के लिए प्रेरित करती हैं और इसका परिणाम हमारे सामने है।
रोचक बात ये है कि वेस्टइंडीज के चोटिल तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ जिन्हें बीच में ही सीजन छोड़ कर जाना पड़ा था वे खासकर फाइनल के लिए भारत आए क्योंकि टीम प्रबंधन चाहता था कि यह युवा इस फाइनल के पल का हिस्सा बने। टीम के सीनियर खिलाड़ी युवराज सिंह ने भी इसके लिए अल्जारी को धन्यवाद दिया।
आईएएनएस के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक मुंबई के प्रबंधन ने फाइनल से पहले अपनी टीम के खिलाडिय़ों को प्रेरित करने के लिए ड्रेसिंग रूम में मोटीवेशनल वाक्यों के पोस्टर लगवाए। सिर्फ इतना ही नहीं, दोस्तों और परिवार के सदस्यों ने भी खिलाडिय़ों को प्रेरित करने वाले संदेश भेजे। सूत्र के मुताबिक, यहां वहां मुझे विश्वास है संदेश के पोस्टर ड्रेसिंग रूम में थे। यह सब फाइनल से पहले खिलाडिय़ों को प्रेरित करने के लिए किया गया था।
आईपीएल जैसे प्रारूप में दिन-रात खेलने से खिलाड़ी थक जाता है और ऐसे में इस तरह के संदेश तथा वाक्य उन्हें प्रेरित करते हैं। सूत्र ने कहा, खिलाडिय़ों के दोस्तों और परिवार वालों ने भी वीडियोज के माध्यम से संदेश भेजे। इस तरह की चीजें आपको आगे के लिए प्रेरित करती हैं और इसका परिणाम हमारे सामने है।
रोचक बात ये है कि वेस्टइंडीज के चोटिल तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ जिन्हें बीच में ही सीजन छोड़ कर जाना पड़ा था वे खासकर फाइनल के लिए भारत आए क्योंकि टीम प्रबंधन चाहता था कि यह युवा इस फाइनल के पल का हिस्सा बने। टीम के सीनियर खिलाड़ी युवराज सिंह ने भी इसके लिए अल्जारी को धन्यवाद दिया।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
खेल
Advertisement