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बागवानी किसानों के लिए वरदान, आमदनी बढ़ाने का जरिया बनी
नई दिल्ली। किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर चल रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बागवानी को खास तवज्जो दे रही है, क्योंकि फलों, सब्जियों और मसालों की खेती से किसानों को अन्य कृषि फसलों के मुकाबले ज्यादा फायदा होता है।
इस बात को देश के विभिन्न हिस्सों में बागवानी करने वाले किसानों ने साबित करके दिखाया है। राजस्थान के सीकर के बेरी गांव की संतोष देवी महज एक एकड़ के अपने फार्म से साल में लाखों रुपये कमाती हैं। संतोष देवी की तरह कम जोत की जमीन वाले कई किसान बागवानी से लखपति बने हैं।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी कहते हैं कि बागवानी किसानों के लिए वरदान है, जिससे उनकी आमदनी दोगुनी ही नहीं, पांच गुनी तक बढ़ सकती है।
चौधरी ने बताया कि यही कारण है कि केंद्र सरकार एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) पर विशेष जोर दे रही है और इससे ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब किसान रेल चलेगी तो फल, सब्जी व अन्य खराब होने वाले कृषि उत्पादों का परिवहन तत्परता से होगा, जिससे किसानों को उनके उत्पादों का उचित व लाभकारी दाम मिलेगा।
इस बात को देश के विभिन्न हिस्सों में बागवानी करने वाले किसानों ने साबित करके दिखाया है। राजस्थान के सीकर के बेरी गांव की संतोष देवी महज एक एकड़ के अपने फार्म से साल में लाखों रुपये कमाती हैं। संतोष देवी की तरह कम जोत की जमीन वाले कई किसान बागवानी से लखपति बने हैं।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी कहते हैं कि बागवानी किसानों के लिए वरदान है, जिससे उनकी आमदनी दोगुनी ही नहीं, पांच गुनी तक बढ़ सकती है।
चौधरी ने बताया कि यही कारण है कि केंद्र सरकार एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) पर विशेष जोर दे रही है और इससे ज्यादा से ज्यादा किसानों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब किसान रेल चलेगी तो फल, सब्जी व अन्य खराब होने वाले कृषि उत्पादों का परिवहन तत्परता से होगा, जिससे किसानों को उनके उत्पादों का उचित व लाभकारी दाम मिलेगा।
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