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सूरजकुंड शिल्प मेले का आयोजन साल में दो बार करने की योजना

khaskhabar.com: मंगलवार, 14 फ़रवरी 2017 7:21 PM (IST)
सूरजकुंड शिल्प मेले का आयोजन साल में दो बार करने की योजना
फरीदाबाद । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेले को साल में दो बार आयोजित करने के लिए योजना बनाई जा रही है। यह जानकारी मंगलवार को मुख्यमंत्री ने श्रीलंका की उच्चायुक्त चित्रांगनी वागिसवारा के साथ हुई मुलाकात के दौरान दी। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि शिल्पियों को उनके उत्पाद की बिक्री के लिए पर्याप्त समय देने के लिए मेला को फरवरी माह के पहले शुक्रवार को शुरू करना चाहिए और इसी माह के तीसरे रविवार तक आयोजित किया जाना चाहिए। श्रीलंका की उच्चायुक्त चित्रांगनी वागिसवारा ने मेले में शिल्पियों के लिए मुहैया करवाई गई सुविधाओं और व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि अगले मेले में श्रीलंका को भागीदार देश के रूप में सम्मलित किया जाए। उन्होंने कहा कि सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में श्रीलंका पिछले 9 सालों से भाग ले रहा है और वर्ष 2014 में भागीदार देश भी रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि इस बार मेले में श्रीलंका के विभिन्न भागों से 15 हस्तशिल्पकार मेला में भाग ले रहे हैं और उनके उत्पाद को मेला में लोगों ने पसंद किया। इसी कारण से उन्होंने मेला के शुरू के चार दिनों में ही अपना सारा उत्पाद बेच दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और श्रीलंका के बीच बहुत सामानताएं हैं, इसलिए हमारी संस्कृति और परम्परा को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा के कलाकारों का एक दल श्रीलंका में भेजना चाहिए। इस पर, चित्रांगनी वागिसवारा ने मुख्यमंत्री को बताया कि हरियाणा इस उद्देश्य के लिए भारत श्रीलंका फाउंडेशन के तहत अपने कलाकारो का दल श्रीलंका भेजने के लिए प्रस्ताव भेज सकता है। उन्होंने बताया कि भारत से श्रीलंका फाउंडेशन की बैठक आगामी 10 मार्च, 2017 को की जानी है, इस पर मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेला विश्व का सबसे बड़ा शिल्प मेला है। बैठक में यह भी बताया गया कि अगले वर्ष आयोजित किए जाने वाले मेला के लिए भागीदार देश के रूप में सम्मलित होने के लिए तीन देशों ने अपने प्रस्ताव दिए हैं। बैठक में बताया गया कि अब तक 4.50 करोड़ रुपये की टिकटों की बिक्री की जा चुकी है, जबकि पिछले वर्ष इस अवधि के दौरान 4.29 करोड़ रुपये की टिकटों की बिक्री की गई थी। पिछले रविवार को केवल एक दिन में ही एक करोड़ 6 लाख रुपये के टिकटों की बिक्री गई है।बैठक में बताया गया कि मेले में भाग ले रहे एक हजार से अधिक ऐसे शिल्पकार हैं जिनका पूरा परिवार इसी कार्य में लगा है और उत्पाद तैयार करता है तथा बिक्री के लिए इस मेले में लाता है। बैठक में श्रीलंका की उच्चायुक्त चित्रांगनी वागिसवारा ने मुख्यमंत्री को एक स्मृति चिह्न भेंट किया, वहीं मुख्यमंत्री ने उच्चायुक्त को शाल तथा स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और ओएसडी नीरज दफतुआर भी उपस्थित थे।

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