संगम यूनिवर्सिटी का मलेशिया की दो बड़ी यूनिवर्सिटी से हुआ एमओयू

अंतरराष्ट्रीय स्तर की इन दो बड़ी यूनिवर्सिटी से किए गए समझौते के तहत अब संगम यूनिवर्सिटी स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम,फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम,फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आदि गतिविधियों का आदान-प्रदान करेगी। भीलवाड़ा की संगम यूनिवर्सिटी को यह सफलता अनटेक एड नई दिल्ली के माध्यम से मिली है, जिनके माध्यम से यह अंतरराष्ट्रीय समझौते किए गए हैं। यह जानकारी संगम यूनिवर्सिटी में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित अनटेक एड नई दिल्ली के प्रतिनिधि अनंत नेपोलियन तथा सुल्ताना खान ने दी।
उन्होंने बताया कि मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं के लिए एक और एमओयू साइन हुआ है, जिसमें मैनेजमेंट के 100 विद्यार्थियों को हाई फ्लायर क्लब मेंबरशिप प्रदान की जाएगी, इस मेंबरशिप के माध्यम से देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक संस्थानों के सीनियर एग्जीक्यूटिव संगम विश्वविद्यालय भीलवाड़ा आकर प्रबंधन के छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग देंगे। यह मेंबरशिप छात्र-छात्राओं के लिए जीवंत पर्यंत रहेगी जिसमें बच्चों को ट्रेनिंग तथा इंटरनेशनल समर इंटर्नशिप का मौका प्रदान किया जाएगा,इस रोजगार उन्मुख प्लेसमेंट सपोर्ट तथा जीवन पर्यंत मेंबरशिप का सारा खर्चा संगम यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट द्वारा अप्रूव किया गया है तथा विश्वविद्यालय वहन करेगा,इसकी अनुमानित लागत लगभग 5 लाख रुपए आएगी इस मेंबरशिप का शुभारंभ अक्टूबर माह से प्रारंभ कर दिया जाएगा,टैली एजुकेशन के द्वारा भी संगम विश्वविद्यालय का समझौता किया गया है जिसमें टेली के एक्सपर्ट द्वारा लाइफ लोंग समय तक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर जो की बैंकिंग एवं फाइनेंशियल क्षेत्र में उपयोग किया जाता है, ट्रेनिंग प्राप्त कर छात्र-छात्राएं टैली एक्रेडिटेड प्रोफेशनल कहलाएंगे जो उनके रोजगार में उपयोगी साबित होंगे। संगम विश्वविद्यालय ने आईसीएआई (इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया) के साथ भी एमओयू की पहल की है जो शीघ्र ही दिल्ली में साइन की जाएगी, जिसमें विश्वविद्यालय के बीकॉम कोर्स को सीएज कोर्स प्रणाली में सम्मिलित किया जाएगा। प्रेस वार्ता में बताया कि संगम विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट भावेश तुलसी एवं के. सिंह राठौड़ इस वर्ष आर्मी के सबसे कठिन कैंप थल सेना कैंप दिल्ली में सम्मिलित हुए। जिन्होंने राजस्थान का नाम रोशन किया है। संगम विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रोफेसर मानस रंजन ने बताया कि संगम विश्वविद्यालय ने शोध में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय की फैकल्टी ने 80 से अधिक पेटेंट पब्लिश किए हैं। इस दौरान पीआरओ राजकुमार जैन सहित कई उपस्थित थें।
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