भारत-अमेरिका ने पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते पर की प्रगति : पीयूष गोयल

भारत ने विकास और जनसांख्यिकी के दृष्टिकोण को देखते हुए द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए अमेरिका के सामने अपने महत्व को उजागर करते हुए एक अहम भागीदार के रूप में खुद की छवि पेश की है।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने गुरुवार (अमेरिकी समय) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते के लिए सचिव हॉवर्ड लुटनिक के साथ एक सकारात्मक और उपयोगी बैठक हुई।"
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि दोनों देश "अपने व्यवसायों और लोगों के लिए अवसरों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
भारत और अमेरिका 2025 की शरद ऋतु की सहमत समयसीमा से पहले टैरिफ को कम करने के लिए बीटीए के पहले चरण पर हस्ताक्षर करने के लिए काम कर रहे हैं, क्योंकि समझौते के लिए संदर्भ की शर्तें पहले ही अंतिम रूप दे दी गई हैं।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा था कि अमेरिका के साथ सकारात्मक बातचीत चल रही है।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने संवाददाताओं से कहा, "भारत की विकास दर को देखते हुए, अगले 25-30 वर्षों में एक बड़ी, महत्वाकांक्षी, युवा आबादी वस्तुओं और सेवाओं की मांग में इजाफा करेगी। हमारा मानना है कि अमेरिका के साथ एक अच्छा समझौता करने के लिए भारत एक आकर्षक अवसर पेश करता है।"
अगर दोनों देश टैरिफ कम करने पर एक समझौते करते हैं, तो इससे अमेरिका और भारत के बीच व्यापार में वृद्धि होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री की हाल ही में वाशिंगटन डीसी की यात्रा के दौरान एक संयुक्त बयान में 2030 तक 500 बिलियन डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में दावा किया था कि भारत ने अमेरिकी वस्तुओं पर सभी टैरिफ हटाने की पेशकश की है, लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी कहा था कि सफलता के बावजूद वे व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने को लेकर जल्दी में नहीं हैं।
--आईएएनएस
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