राजस्थान की ऐतिहासिक बावड़ियों के संरक्षण के लिए बनेगी कार्ययोजना - दिया कुमारी

उपमुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग एवं पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बावड़ियों के संरक्षण हेतु एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत करें। इस कार्ययोजना में बावड़ियों के पुनरुद्धार, पानी के प्रवाह मार्गों की मरम्मत, डिसिल्टिंग (गाद हटाना) और कचरा निस्तारण जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल किया जाएगा।
गुरुवार को शासन सचिवालय स्थित उपमुख्यमंत्री कार्यालय के सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने यह निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की बावड़ियों को पूर्ण रूप से संचालन में लाने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं, जिससे ये जल संरचनाएं फिर से उपयोग में लाई जा सकें।
दिया कुमारी ने SASCI योजना के तहत स्वीकृत कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि सभी कार्य तय समय सीमा में पूर्ण किए जाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि हेरिटेज प्रकृति के कार्यों को विशेषज्ञ ‘हेरिटेज कंसल्टेंट’ के मार्गदर्शन में ही किया जाए, ताकि इन ऐतिहासिक संरचनाओं की मूल पहचान और वास्तुशिल्पीय सौंदर्य बना रहे।
बैठक में पर्यटन विभाग के अतिरिक्त निदेशक आनंद त्रिपाठी, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक पंकज धरेन्द्र, तथा संयुक्त निदेशक (पर्यटन विकास) राजेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
इस पहल से न सिर्फ राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहर को नया जीवन मिलेगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और पारंपरिक जल संरक्षण प्रणालियों का पुनरुत्थान हो सकेगा।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
जयपुर
राजस्थान से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement
Traffic
Features
