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हर मौसम में फायदेमंद होता है खीरे का सेवन करना, दूर रहती हैं गम्भीर बीमारियाँ
भोजन के बाद सलाद खाना सभी पसंद करते हैं और कुछ लोग तो अपने डिनर में सिर्फ सलाद ही खाना पसंद करते हैं। सलाद में ज्यादातर खीरा को शामिल किया जाता है जिसमें विटामिन बी, बी-2, बी-3, बी-5 और बी-6 के अलावा विटामिन सी, फॉलिक एसिड, कैल्शियम, आयरन, मैगनीशियम, फास्फोरस, जिंक व अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं। गर्मियों के दिनों में तो इसका सेवन बहुत किया जाता है। खीरा अनेक साधारण और गंभीर बीमारियों से बचाव में भी सहायक होता है।
सामान्य तौर पर तो खीरा बीज के साथ ही खाया जाता है। हालांकि, इसके बीजों को अलग करके भी इसका सेवन विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के रूप में कर सकते हैं। आइए डालते हैं एक नजर खीरा पर वो किस प्रकार के स्वास्थ्य लाभ दे सकता है—
डायबिटीज में लाभकारी
खीरा खाने से ये डायबिटीज वाले मरीजों के ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। दरअसल, खीरा शुगर मरीज के रक्त में मौजूद शर्करा को सोखता तो है ही, साथ ही ये शर्करा के पाचन को भी धीमा करने में मदद करता है।
वजन पर नियंत्रण
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो खीरा आपका अच्छा साथी साबित हो सकता है। खीरे में 95% पानी होता है, जो मेटबॉलिज्म मजबूत करता है। खीरे में ज्यादा पानी की मात्रा होने के चलते आप कई ऐसी चीजों के सेवन से बच जाते हैं जिसमें वजन बढ़ाने वाली चीजें ज्यादा होती हैं। 100 ग्राम खीरे में 54 कैलोरी ऊर्जा होती है। इसलिए इसे खाने से वजन नहीं बढ़ता। इसमें फाइबर इरेप्सिन एंजाइम होते हैं जो खाना पचाने में मददगार होते हैं।
कम करता है कैंसर का जोखिम
खीरे के बीज में मौजूद फ्लेवोनॉयड्स एंटीट्यूमर के रूप में कार्य कर सकते हैं। वहीं, खीरे के बीज में एंटी-कैंसर प्रभाव होते हैं, जिस कारण से खीरे के बीज का सेवन कैंसर की रोकथाम में सहायता कर सकता है।
NCBI (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) पर प्रकाशित एक मेडिकल शोध में यह बताया गया है कि खीरे के अर्क और बीज में एंटी कैंसर गुणों वाला कुकर बिटासिन (Cucurbitacins) नामक केमिकल होता है, जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकता है। इस आधार पर खीरे के बीज का सेवन कैंसर से बचाव के लिए उपयोगी हो सकता है। खीरे के बीज कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है, लेकिन यह इसका इलाज नहीं है। यदि कोई कैंसर से पीड़ित है तो घरेलू उपचार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि डॉक्टरी इलाज को ही पहली प्राथमिकता देनी चाहिए।
दांतों के लिए फायदेमंद
दांतों के लिए भी खीरे का प्रयोग करना बेहद लाभकारी माना जाता है। इसके लिए खीरे का जूस पीना और खीरा खाना दोनों ही फायदेमंद हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि दो अलग-अलग शोध से होती है। पहले शोध के मुताबिक, खीरे में मौजूद मिनरल्स और विटामिन दांतों में कैविटी के जोखिम को कम करने के साथ दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखने में सहायता कर सकते हैं।
वहीं, खीरे से जुड़े अन्य रिसर्च में जिक्र मिलता है कि खीरे का जूस दांतों और मसूड़ों से जुड़ी परेशानियों व पायरिया (Pyorrhea) के उपचार के लिए उपयोग किया जा सकता है। साथ ही, खीरे में मौजूद डायटरी फाइबर दांतों और मसूड़ों की मसाज करने में सहायता कर सकता है। इस प्रकार खीरे के बीज को दातों के लिए फायदेमंद माना जा सकता है।
पाचन को मजबूत करता है
खीरे के बीज के लाभ में पाचन प्रक्रिया में सुधार भी शामिल है। एक शोध पेपर में जिक्र मिलता है कि खीरे के बीज का सेवन अल्सर, गैस और एसिडिटी जैसी कई पाचन संबंधी परेशानी से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है। वहीं, यह अपच की समस्या से राहत दिलाने में भी सहायक सिद्ध हो सकता है। इस आधार पर खीरे के बीज को पाचन को मजबूत बनाने के लिए प्रभावी माना जा सकता है।
आंखों को मिलती है शीतलता
खीरा का सबसे पहला गुण है आंखों को शीतलता प्रदान करना। यही वजह है कि ब्यूटी पार्लर में यह अनिवार्य रूप से रखा जाने लगा है। फ्रीज में रखी इसके रस की क्यूब्स को आंखों पर रखने से आंखों की थकान मिटती है। काले धब्बों से भी छुटकारा मिलता है। खीरे को स्लाइस की तरह काटकर आंखों की पलक के ऊपर पर रखने से आंखों को ठंडक मिलती है। खीरा की तासीर जलन कम करने की होती है।
जोड़ों के दर्द में लाभकारी
अमूमन देखा जाता है कि घर में बुजुर्ग ही नहीं बल्कि नौजवान भी जोड़ों के दर्द से परेशान होते हैं। ऐसे में खीरा आपकी मदद कर सकता है। आपको करना ये है कि खीरे और गाजर के जूस को मिलाकर इसका रोजाना सेवन करना है। खीरे में मौजूद सीलिशिया आपको जोड़ों के दर्द में आराम देने का काम करता है।
सिरदर्द में उपयोगी
सुबह उठने पर सिर में दर्द या खुमारी की शिकायत हो तो सोने से पहले खीरा खाएं। इसमें विटामिन बी, शुगर और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो सिरदर्द व खुमारी से उबरने में मदद करते हैं। भरपूर मात्रा में पानी होने के कारण यह गर्मी में लू व तेज बुखार में शरीर के तापमान को संतुलित रखता है।
एसिडिटी में ठंडक
खीरा शरीर के अंदर और बाहर ठंडक पहुंचाता है। खीरा खाने से ‘एसिडिटी’ (हार्टबर्न) में राहत मिलती है साथ ही सूर्य की गर्मी से झुलसी त्वचा पर खीरा लगाने से आराम मिलता है।
नोट: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य और सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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