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पृथ्वी ने बताया किस कारण ऑस्ट्रेलिया से भेजा गया था स्वदेश
नई दिल्ली। भारत के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का मानना है कि खेल में चोटिल होना आम बात है और अब वे इसे भूलकर आगे बढ़ चुके हैं। मुंबई के बल्लेबाज पृथ्वी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में अपने पदार्पण टेस्ट में ही शतक जड़ा था। इसके बाद वे ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भी चुने गए थे। वे टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया गए भी थे लेकिन सीरीज शुरू होने से पहले ही चोटिल हो गए थे।
चोटिल होने के बाद वे बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में दो महीने तक रिहेबिलिटेशन से गुजरे थे। चोट से उबरने के बाद वे सैयद मुश्ताक अली क्रिकेट टूर्नामेंट भी मुंबई के लिए खेले। पृथ्वी ने शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स के मीडिया डे के दौरान आईएएनएस से बातचीत में कहा कि चोट के बाद अब मैं सब कुछ भूल गया हूं। खेल में चोटिल होना आम बात है।
मैं भी चोटिल हुआ और वह समय मेरे लिए काफी दुर्भाग्यपूर्ण था। लेकिन अब मैं उन सब बातों को भूलकर आगे बढ़ चुका हूं। चोट से उबरने के बाद मैंने टी20 मैच भी खेला है। पृथ्वी ने साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे से अनुशासहीनता के कारण नहीं बल्कि टखने की चोट से निर्धारित समय पर उबर नहीं पाने के कारण उन्हें स्वदेश भेजा गया था।
उन्होंने कहा, ये सब केवल अफवाहें हैं। मैं इन बातों पर ध्यान नहीं देना चाहता। चोट के दौरान मैं किस दौर से गुजरा हूं, ये किसी ने नहीं बताया। मैं खेलना चाहता था लेकिन चोटिल हो गया। मुझे लगा कि मैं मेलबोर्न में तीसरे टेस्ट में खेल सकता हूं लेकिन चोट से उबरने में मुझे समय लगा। इस कारण मैं ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीसरे टेस्ट में भी नहीं खेल सका।
पृथ्वी ने साथ ही कहा कि चोटिल होने के बाद मैं काफी निराश था। लेकिन इसके बाद मैंने बेंगलुरू में अपना रिहेबिलिटेशन शुरू कर दिया था और मैं दिन-ब-दिन बेहतर होता जा रहा था तथा चोट से धीरे धीरे उबरने की कोशिश कर रहा था। बेंगलुरू में दो महीने की ट्रेनिंग के दौरान में पूरी तरह से चोट से उबर गया।
चोटिल होने के बाद वे बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में दो महीने तक रिहेबिलिटेशन से गुजरे थे। चोट से उबरने के बाद वे सैयद मुश्ताक अली क्रिकेट टूर्नामेंट भी मुंबई के लिए खेले। पृथ्वी ने शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स के मीडिया डे के दौरान आईएएनएस से बातचीत में कहा कि चोट के बाद अब मैं सब कुछ भूल गया हूं। खेल में चोटिल होना आम बात है।
मैं भी चोटिल हुआ और वह समय मेरे लिए काफी दुर्भाग्यपूर्ण था। लेकिन अब मैं उन सब बातों को भूलकर आगे बढ़ चुका हूं। चोट से उबरने के बाद मैंने टी20 मैच भी खेला है। पृथ्वी ने साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे से अनुशासहीनता के कारण नहीं बल्कि टखने की चोट से निर्धारित समय पर उबर नहीं पाने के कारण उन्हें स्वदेश भेजा गया था।
उन्होंने कहा, ये सब केवल अफवाहें हैं। मैं इन बातों पर ध्यान नहीं देना चाहता। चोट के दौरान मैं किस दौर से गुजरा हूं, ये किसी ने नहीं बताया। मैं खेलना चाहता था लेकिन चोटिल हो गया। मुझे लगा कि मैं मेलबोर्न में तीसरे टेस्ट में खेल सकता हूं लेकिन चोट से उबरने में मुझे समय लगा। इस कारण मैं ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीसरे टेस्ट में भी नहीं खेल सका।
पृथ्वी ने साथ ही कहा कि चोटिल होने के बाद मैं काफी निराश था। लेकिन इसके बाद मैंने बेंगलुरू में अपना रिहेबिलिटेशन शुरू कर दिया था और मैं दिन-ब-दिन बेहतर होता जा रहा था तथा चोट से धीरे धीरे उबरने की कोशिश कर रहा था। बेंगलुरू में दो महीने की ट्रेनिंग के दौरान में पूरी तरह से चोट से उबर गया।
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