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'न उनके पास शब्द हैं, न तमीज; गंभीर को प्रेस कॉन्फ्रेंस से दूर रखना चाहिए' : संजय मांजरेकर
संजय मांजरेकर के मुताबिक, बीसीसीआई को गौतम गंभीर को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए भेजना ही नहीं चाहिए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि गंभीर को बात करनी नहीं आती, उनकी जगह रोहित या अगरकर को इस काम के लिए भेजना चाहिए।
मुंबई में मुख्य कोच की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मांजरेकर ने एक्स पर अपनी भड़ास निकाली। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने रोहित शर्मा और विराट कोहली के फॉर्म से लेकर इस महीने की शुरुआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर मिली शर्मनाक हार तक कई मुद्दों पर बात की। अपने जवाब में गंभीर ने बहुत ही बेबाकी से बातें कहीं, जो मांजरेकर की टिप्पणियों की वजह हो सकती हैं।
मांजरेकर ने पोस्ट में लिखा, "गौतम गंभीर की प्रेस कॉन्फ्रेंस देखी। इसके बाद मुझे लगता है कि उन्हें इस तरह की ड्यूटी से अलग रखना बीसीसीआई के लिए समझदारी वाला फैसला होगा। गंभीर को पर्दे के पीछे ही काम करने दें। उनके (गंभीर के) पास न सही शब्द हैं, न ही सही तमीज है कि वह उनसे बात कर पाएं। मीडिया से बातचीत करने के लिए रोहित और अगरकर सही हैं।"
विराट कोहली के फॉर्म पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर गंभीर ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पर पलटवार करते हुए कहा, "रिकी पोंटिंग का भारतीय क्रिकेट से क्या लेना-देना है? उन्हें ऑस्ट्रेलिया के बारे में बात करनी चाहिए।"
दरअसल, न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला में 3-0 की ऐतिहासिक हार के बाद सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करने के बारे में एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए गंभीर ने कहा, "इससे मेरे और किसी और के जीवन में क्या फर्क पड़ता है? जब मैंने यह नौकरी संभाली, तो मैंने हमेशा सोचा था कि यह एक बहुत ही कठिन काम होने वाला है और साथ ही एक बहुत ही प्रतिष्ठित काम भी। ईमानदारी से, मुझे नहीं लगता कि मैं दबाव महसूस कर रहा हूं क्योंकि मेरा काम पूरी तरह से ईमानदार होना है। नतीजे कभी हमारे पक्ष में होते हैं और कभी नहीं। इसलिए हमें अब अगली सीरीज पर फोकस करना है।"
संजय मांजरेकर ने जिस तरह से खुलकर गौतम गंभीर पर सवाल उठाए हैं, उसके बाद विवाद होना निश्चित नजर आ रहा है।
--आईएएनएस
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