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'जब हम सड़क पर पिट रहे थे, प्रधानमंत्री फोटो खिंचवाने में व्यस्त थे' : साक्षी मलिक

khaskhabar.com : रविवार, 28 मई 2023 8:23 PM (IST)
'जब हम सड़क पर पिट रहे थे, प्रधानमंत्री फोटो खिंचवाने में व्यस्त थे' : साक्षी मलिक
नई दिल्ली। ओलंपियन पहलवानों बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को दिल्ली पुलिस ने रविवार की सुबह हिरासत में लिया। इसके बाद पुलिस उन्हें शहर के तीन अलग-अलग स्थानों पर ले गई।

दिल्ली पुलिस ने इन प्रदर्शनकारी पहलवालों को उस समय हिरासत में लिया, जब वे जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च करने का प्रयास कर रहे थे।

साक्षी ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा कि उन्हें उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में ले जाया गया और उनकी मेडिकल जांच की जा रही है।

साक्षी ने कहा, "मुझे बुराड़ी ले जाया गया, मेरा अन्य पहलवानों से संपर्क करना मुश्किल था। उम्मीद है कि सभी ठीक होंगे। हम यहां से जंतर-मंतर जाएंगे और न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रखेंगे।"

इस बीच, पुलिस ने जंतर-मंतर पर लगे टेंट को उखाड़ फेंका, ताकि पहलवान यहां फिर से धरना पर न बैठ पाएं।

साक्षी ने कहा, "आज हमारे साथ जो हुआ है, वह सभी ने देखा। कोई भी इसे कभी नहीं भूलेगा। जब हम लड़कियों को दिल्ली में सड़क पर पीटा और घसीटा जा रहा था, तब हमारे प्रधानमंत्री फोटो खिंचवाने में व्यस्त थे।"

घटनाक्रम से वाकिफ एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि बजरंग पुनिया को मयूर विहार पुलिस स्टेशन ले जाया गया और विनेश फोगाट को उनकी बहन संगीता फोगाट के साथ कालकाजी थाने ले जाया गया।

आईएएनएस ने इन पहलवानों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन, उनसे संपर्क नहीं हो सका। दिल्ली पुलिस ने अभी तक विरोध करने वाले पहलवानों के मौजूदा ठिकाने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है।

इससे पहले, पहलवान विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर कहा कि कई समर्थकों, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और महिला सम्मान महापंचायत के सदस्यों को दिल्ली पुलिस ने नए संसद भवन के बाहर उनके नियोजित विरोध प्रदर्शन से पहले हिरासत में लिया था।

घंटों बाद, फोगाट बहनों, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और अन्य प्रदर्शनकारी पहलवानों को भी धरना स्थल से हिरासत में ले लिया गया।

जंतर मंतर पर शूट किए गए वीडियो में पहलवानों और उनके समर्थकों को एक-दूसरे की रक्षा करने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है, जबकि पुलिस उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश कर रही है।

पुलिस ने कथित तौर पर जंतर मंतर पर उनके मैट, टेंट और कूलर हटा दिए हैं। सभी सामानों को भी नष्ट कर दिया है।


इससे पहले दिल्ली के जंतर-मंतर पर लगभग 35 दिनों से धरने पर बैठे पहलवान रविवार को महिला सम्मान महापंचायत के लिए नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे थे, तभी पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है।
महिला महापंचायत के लिए जंतर-मंतर से नई संसद की ओर कूच कर रहे पहलवानों को दिल्ली पुलिस बसों में भरकर प्रदर्शनकारियों को अलग स्थान पर ले जा रही है।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत यूपी गेट पर पहुंच गए हैं। राकेश टिकैत ने यहां इकट्ठा हुए किसानों को संबोधित को संबोधित भी किया।

दिल्ली-गुरुग्राम को जोड़ने वाले सरहौल बॉर्डर पर वाहनों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने नाका लगाया है। दिल्ली पुलिस हर संदिग्ध पर नजर रखने के साथ ही सभी वाहन चालकों के आईडी कार्ड चेक करने के बाद ही आगे जाने दे रही है। इसके चलते बॉर्डर पर जाम जैसे हालात बने हुए हैं।

विनेश फोगट ने कहा कि जंतर मंतर पर सरेआम लोकतंत्र की हत्या हो रही। एक तरफ पीएम मोदी ने लोकतंत्र के नए भवन का उद्घाटन किया है, दूसरी तरफ हमारे लोगों की गिरफ्तारियां चालू हैं।

छात्र संगठनों ने जनपथ मार्ग ब्लॉक किया
महिला पंचायत के लिए संसद की ओर कूच कर रहे पहलवानों पर पुलिस हमले और उन्हें हिरासत में लिए जाने के विरोध में आइसा, ऐपवा और आरवाईए जैसे छात्र संगठनों ने दिल्ली में जनपथ रोड जाम कर दिया। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आईसा) ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, महिला पंचायत के लिए संसद की ओर मार्च कर रहे पहलवानों पर क्रूर पुलिस हमले और हिरासत में लिए जाने की निंदा करते हुए आइसा, ऐपवा और आरवाईए के सदस्यों सहित सैकड़ों लोगों ने सड़क जाम कर दिया है।

छात्रों ने यह भी दावा किया कि पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में धारा 144 लगा दी है और उन्हें जंतर मंतर पर विरोध कर रहे पहलवानों में शामिल होने नहीं दिया।

हालांकि, छात्रों के दावों पर पुलिस की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित सभी प्रदर्शनकारी पहलवानों को उनके समर्थकों के साथ हिरासत में ले लिया और रविवार को जंतर-मंतर पर लगे टेंट को भी हटा दिया।

प्रदर्शनकारी पहलवानों ने अपने समर्थकों के साथ पुलिस बैरिकेड्स को तोड़कर नवनिर्मित संसद भवन की ओर मार्च करने की कोशिश की। हालांकि, भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया।

विरोध कर रहे पहलवान हिरासत में, पुलिस ने जंतर-मंतर से हटाया टेंट


दिल्ली पुलिस ने बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक समेत सभी प्रदर्शनकारी पहलवानों को उनके समर्थकों समेत हिरासत में ले लिया है और रविवार को जंतर-मंतर पर धरना स्थल पर लगे उनके टेंट को भी हटा दिया है। अधिकारियों ने पहलवानों से कहा कि वे देश विरोधी कुछ भी न करें। इससे पहले, प्रदर्शनकारी पहलवानों ने अपने समर्थकों के साथ पुलिस बैरिकेड्स को तोड़कर नवनिर्मित संसद भवन की ओर मार्च करने की कोशिश की। हालांकि, भारी संख्या में तैनात पुलिस ने उन्हें रोक लिया।

संसद की ओर मार्च करते समय पुलिस द्वारा रोके जाने पर साक्षी मलिक सहित अन्य पहलवान पुलिस से भिड़ गए।

गौरतलब है कि 23 अप्रैल से बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट जैसे प्रमुख पहलवान जंतर-मंतर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे राकेश टिकैत, पुलिस ने बंद किए सभी रास्ते

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत जंतर मंतर में होने वाली महापंचायत में शामिल होने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। यहां पुलिस ने चारों तरफ से बैरिकेड कर किसानों को रोक दिया है। बड़ी संख्या में पहुंचे किसान यहां पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। राकेश टिकैत के पहुंचते ही किसान काफी उग्र हो गए और किसान और पुलिस के बीच खींचतान शुरू हो गई। किसानों ने पुलिस के बैरिकेड को हटा दिया और दिल्ली की तरफ कूच करने की कोशिश की लेकिन सतर्क पुलिस टीम ने तुरंत सभी रास्तों को पूरी तरीके से ब्लॉक किया और किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया।

जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने और उनके समर्थकों ने एक महापंचायत का आयोजन किया है। इसी महापंचायत में पहुंचने के लिए अन्य राज्यों और जिलों से बड़ी संख्या में किसान नेता और अन्य समर्थक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने भी भरपूर कोशिश की है कि दिल्ली में एंट्री लेने वाले हर राज्य से जुड़े रास्ते और हर जिले से जुड़े हुए रास्तों को पूरी तरीके से सील किया जाए और किसानों से जुड़ा कोई भी प्रतिनिधि या किसान जंतर-मंतर तक न पहुंच सके। इसके लिए सुबह से ही गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी गई थी।


नई संसद के उद्घाटन से पहले लुटियंस दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नया संसद भवन हाई सिक्योरिटी वाले क्षेत्र में स्थित है। पुलिस द्वारा यहां अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के अलावा सीसीटीवी कैमरे से लगातार निगरानी की जा रही है। पुलिस ने पहले ही एक ट्रैफिक एडवाइजरी जारी कर कहा है कि नई दिल्ली जिले को नियंत्रित क्षेत्र माना जाएगा और वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
--आईएएनएस

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