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महिला ने दिल्ली के यूपी भवन में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, कमरा नंबर-122 सील
घटना से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि राजवर्धन 1.05 बजे कमरे से बाहर निकले और चले गए। इसके बाद महिला ने दिल्ली पुलिस के थाना चाणक्यपुरी में पहुंचकर यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस तुरंत हरकत में आई और यूपी भवन पहुंची। फोरेंसिक टीम को बुलाकर कमरे की जांच पड़ताल की।
एसपी गोयल ने बताया, ''18 मई 2016 के शासनादेश में यूपी भवन, दिल्ली में ठहरने वाले लोगों की लिस्ट निर्धारित है। इसमें राजवर्धन का नाम नहीं है। कर्मचारियों द्वारा राजवर्धन को कमरा देने का कोई औचित्य ही नहीं बनता था।''
सरकार ने कार्याधिकारी डॉ. दिनेश कुमार कारुष, वरिष्ठ स्वागती पारसनाथ, कनिष्ठ सहायक राकेश कुमार सिंह, आउटसोर्सिग कर्मचारी नरेंद्र को दोषी माना है। इनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। सरकार ने मामले की जांच राज्य संपत्ति विभाग के संयुक्त सचिव राजाराम द्विवेदी को सौंप दी है।
--आईएएनएस
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