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पंजाब सरकार की पहल से अब छात्र Job Seeker नहीं बल्कि Job Giver बनेंगे

उन्होंने बताया कि भगवंत मान सरकार ने इस कोर्स को लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सरकार का ऑफिशियल पार्टनर मास्टर यूनियन को बनाया गया है। एक AI-पावर्ड मल्टीलिंग्वल प्लेटफॉर्म (पंजाबी, हिंदी, अंग्रेज़ी) में तैयार किया गया है जो छात्रों को प्लानिंग, डैशबोर्ड, मेंटरशिप और पीयर इंटरेक्शन की सुविधा देगा। छात्र E-commerce, Content Creation, Freelancing, Professional Services, Retail जैसे कई ट्रैक्स में से चुनाव कर सकते है। यह सिर्फ एक कोर्स नहीं, बल्कि पूरा इकोसिस्टम है जो हर छात्र को सफल उद्यमी बनाने के लिए तैयार किया गया है।
केजरीवाल और मान के पंजाब दौरे के दौरान यूनिवर्सिटीज़ और कॉलेजों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। अब तक 40 से ज़्यादा ओरिएंटेशन सेशन हो चुके है और छात्रों की प्रतिक्रिया शानदार रही है। 20 यूनिवर्सिटीज की एकेडमिक काउंसिल ने इस कोर्स को पहले ही मंज़ूरी दे दी है। सरकारी यूनिवर्सिटीज के साथ-साथ Lovely Professional University, Chitkara University, GNA University और DAV Universities ने भी इस पहल की जमकर तारीफ की है और सक्रिय रूप से इसे लागू किया है।
प्रवक्ता ने बताया कि इस महत्वकांक्षी योजना के लिए मई 2025 में एक वर्किंग ग्रुप बनाई गई थी जिसमें पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर, IK गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी कपूरथला, सरदार बेअंत सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी गुरदासपुर, गुरु काशी यूनिवर्सिटी बठिंडा और संत बाबा भाग सिंह यूनिवर्सिटी जालंधर के वाइस चांसलर शामिल थे। Start Up Mission CEO, Innovation Punjab CEO और Master Union के फाउंडर प्रथम मित्तल जैसे एक्सपर्ट्स ने मिलकर यह कोर्स डिज़ाइन किया है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि जून 2025 में सरकार ने ऑफिशियल एडवाइज़री जारी करके सभी यूनिवर्सिटीज़ को निर्देश दिया कि 2025-26 से हर सेमेस्टर में 2 क्रेडिट का यह कोर्स अनिवार्य रूप से शुरू किया जाए। यह सिर्फ शुरुआत है - आने वाले सालों में इसे चरणबद्ध तरीके से और विस्तारित किया जाएगा। पंजाब का यह मॉडल अब पूरे देश के लिए प्रेरणा बन रहा है। कई दूसरे राज्य भी इस मॉडल को अपनाने की तैयारी में है।
प्रवक्ता का दावा है कि इस पहल का आर्थिक प्रभाव भी बेहद बड़ा होगा। अनुमान है कि 2028-29 तक यानी अगले चार सालों में छात्रों के वेंचर्स से “₹78,600 करोड़ का रेवेन्यू” जेनरेट होगा जो पंजाब के GDP का लगभग 9% और राज्य के वार्षिक बजट का 50% है। यह सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि पंजाब के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है। केजरीवाल ने कहा कि यह NEP 2020 के विजन के अनुरूप डिग्री-फोकस्ड शिक्षा से एंटरप्रेन्योरशिप-ड्रिवन शिक्षा की ओर बड़ा बदलाव है। भगवंत मान सरकार की यह पहल साबित करती है कि जब इरादे नेक हो और काम में ईमानदारी हो तो क्रांति आ ही जाती है।
केजरीवाल और मान की यह जोड़ी पंजाब के लिए वरदान साबित हो रही है। आम आदमी पार्टी के द्वारा दिल्ली के बाद अब पंजाब में भी शिक्षा क्रांति का परचम लहरा रहा है। आने वाले समय में पंजाब का हर नौजवान सिर्फ नौकरी खोजने वाला नहीं, बल्कि job creator बनेगा। यही है असली आत्मनिर्भर भारत का सपना जो भगवंत मान की सरकार ने ज़मीनी स्तर पर साबित किया है।
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