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हमीरपुर जिला में आपदा के समय नुकसान की वास्तविक स्थिति क्या, आकलन के लिए पहुंची टीम

-अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित
हमीरपुर। जिला हमीरपुर में आपदा के समय नुकसान की वास्तविक स्थिति क्या थी इसके आकलन को चार सदस्यों की केंद्रीय एनडीएमए की टीम हमीरपुर पहुंची। इस टीम में एनडीएमए के अधिकारी अमित टंडन और एसके जेना, यूएनडीपी के पीके दास और यूनिसेफ के महिंद्रा राजाराम शामिल हैं। सुबह अधिकारियों के साथ हमीरपुर में एक बैठक आयोजित की गई। डीसी हेमराज बैरवा की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने एनडीएमए की टीम के समक्ष नुक्सान का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर डीसी ने कहा कि अधिकांश विभागों ने नुक्सान का डाटा पीडीएनए (पोस्ट डिजास्टर नीड असेसमेंट) पोर्टल पर अपलोड कर दिया है। किन्हीं कारणों से छूटे विभागों के लिए इस पोर्टल को विशेष रूप से खुलवाया जा रहा है। यह विभाग मंगलवार तक इस पोर्टल पर डाटा अपलोड कर दें।
उन्होंने कहा कि एनडीएमए की टीम एक विस्तृत एवं समग्र रिपोर्ट तैयार करने जा रही है, जिसमें आपदा से हुए नुक्सान के आकलन के साथ-साथ मरम्मत एवं पुनर्निर्माण, राहत एवं पुनर्वास, भविष्य में आपदा से बचाव के संभावित उपायों एवं इनकी लागत और आपदा प्रबंधन से संबंधित अन्य सभी पहलुओं का समावेश किया जाएगा।
बैठक में इन सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। एनडीएमए की टीम के चारों सदस्यों ने राजस्व विभाग, लोक निर्माण, जलशक्ति, बिजली बोर्ड, ग्रामीण विकास, कृषि, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य विभागों के अधिकारियों से अलग-अलग रिपोर्ट ली। उन्होने नुक्सान की रिपोर्टिंग, राहत एवं पुनर्वास, मरम्मत एवं पुनर्निर्माण और भविष्य में आपदा से बचाव के संभावित उपायों को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। बैठक के बाद एनडीएमए की टीम ने सुजानपुर में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके वास्तविक स्थिति का जायजा लिया तथा प्रभावित लोगों से भी बातचीत की।
487 करोड़ 33 लाख का हुआ नुकसान
जिला भर में आपदा के समय 487 करोड़ 33 लाख 79 हजार 279 का नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है उनके डंगे, सड़कों को इस नुकसान में जोड़ा गया है। इस विभाग के अधीन 188 करोड़ 24 लाख 70 हजार, नेशनल हाईवे के तहत 1.05 करोड़, जल शक्ति विभाग को 1,32,70,51,000, विद्युत विभाग को 25,78,43, 350, ग्रामीण विभाग को 1,06, 57, 31,00, अर्बन क्षेत्र के विभागों को 4,62 ,61 ,039 का नुकसान हुआ है। जिला भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी कई जगहों पर रास्तों के आसपास गिरे पहाड़ियों के मलबे को पूरी तरह नहीं हटाया जा सकता है हालांकि सड़कों को यातायात के लिए खोल तो भी दिया गया है। केंद्रीय टीम गांव गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही है।
हमीरपुर। जिला हमीरपुर में आपदा के समय नुकसान की वास्तविक स्थिति क्या थी इसके आकलन को चार सदस्यों की केंद्रीय एनडीएमए की टीम हमीरपुर पहुंची। इस टीम में एनडीएमए के अधिकारी अमित टंडन और एसके जेना, यूएनडीपी के पीके दास और यूनिसेफ के महिंद्रा राजाराम शामिल हैं। सुबह अधिकारियों के साथ हमीरपुर में एक बैठक आयोजित की गई। डीसी हेमराज बैरवा की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने एनडीएमए की टीम के समक्ष नुक्सान का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर डीसी ने कहा कि अधिकांश विभागों ने नुक्सान का डाटा पीडीएनए (पोस्ट डिजास्टर नीड असेसमेंट) पोर्टल पर अपलोड कर दिया है। किन्हीं कारणों से छूटे विभागों के लिए इस पोर्टल को विशेष रूप से खुलवाया जा रहा है। यह विभाग मंगलवार तक इस पोर्टल पर डाटा अपलोड कर दें।
उन्होंने कहा कि एनडीएमए की टीम एक विस्तृत एवं समग्र रिपोर्ट तैयार करने जा रही है, जिसमें आपदा से हुए नुक्सान के आकलन के साथ-साथ मरम्मत एवं पुनर्निर्माण, राहत एवं पुनर्वास, भविष्य में आपदा से बचाव के संभावित उपायों एवं इनकी लागत और आपदा प्रबंधन से संबंधित अन्य सभी पहलुओं का समावेश किया जाएगा।
बैठक में इन सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। एनडीएमए की टीम के चारों सदस्यों ने राजस्व विभाग, लोक निर्माण, जलशक्ति, बिजली बोर्ड, ग्रामीण विकास, कृषि, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य विभागों के अधिकारियों से अलग-अलग रिपोर्ट ली। उन्होने नुक्सान की रिपोर्टिंग, राहत एवं पुनर्वास, मरम्मत एवं पुनर्निर्माण और भविष्य में आपदा से बचाव के संभावित उपायों को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। बैठक के बाद एनडीएमए की टीम ने सुजानपुर में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके वास्तविक स्थिति का जायजा लिया तथा प्रभावित लोगों से भी बातचीत की।
487 करोड़ 33 लाख का हुआ नुकसान
जिला भर में आपदा के समय 487 करोड़ 33 लाख 79 हजार 279 का नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है उनके डंगे, सड़कों को इस नुकसान में जोड़ा गया है। इस विभाग के अधीन 188 करोड़ 24 लाख 70 हजार, नेशनल हाईवे के तहत 1.05 करोड़, जल शक्ति विभाग को 1,32,70,51,000, विद्युत विभाग को 25,78,43, 350, ग्रामीण विभाग को 1,06, 57, 31,00, अर्बन क्षेत्र के विभागों को 4,62 ,61 ,039 का नुकसान हुआ है। जिला भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी कई जगहों पर रास्तों के आसपास गिरे पहाड़ियों के मलबे को पूरी तरह नहीं हटाया जा सकता है हालांकि सड़कों को यातायात के लिए खोल तो भी दिया गया है। केंद्रीय टीम गांव गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही है।
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