Advertisement
वाटर सैस केवल हिमाचल में लगे हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट पर ही लागू होगाः सुक्खू

श्री आनंदपुर साहिब-नैना देवी और पठानकोट-डलहौजी रोपवे बनाने पर पंजाब-हिमाचल में बनी सहमति
चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हिमाचल प्रदेश की तरफ से हाईड्रो पावर प्लांट पर प्रस्तावित वाटर सैस लगाने का मुद्दा बुधवार को हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सुक्खू के समक्ष उठाया। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सुबह सरकारी आवास पर सीएम भगवंत मान से मुलाकात की थी। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा पन-बिजली प्लांट पर वाटर सैस लागू करने को लेकर चिंता जताई। मान ने कहाकि इसे लागू नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि यह राज्य के हितों के खिलाफ है।
हिमाचल के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वाटर सैस केवल हिमाचल प्रदेश में लगे पन-बिजली प्लांटों पर ही लगाया जाएगा। यह पंजाब में लागू नहीं होगा। इस मुद्दे को हल करने के लिए दोनों मुख्यमंत्रियों ने कहाकि दोनों राज्यों के मुख्य सचिव और ऊर्जा सचिव हर पखवाड़े बैठक करेंगे। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्यों में कोई आपसी झगडा न हो। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के उच्च अधिकारी आपसी सहयोग से राज्यों के सामने आने वाले मुद्दों का समाधान करेंगे। उन्होंने दोनों राज्यों के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर सहमति व्यक्त की।
मुख्यमंत्री मान ने एक और मुद्दा उठाते हुए श्री आनंदपुर साहिब और नैना देवी के बीच रोप-वे की बात की जिससे दोनों राज्यों को लाभ मिल सके। उन्होंने कहाकि रोपवे से लाखों तीर्थयात्री इन दोनों ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकेंगे। दोनों मुख्यमंत्री इस बात पर सहमत हुए कि इस योजना से दोनों तीर्थस्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा में आसानी होगी। ये स्थान एक-दूसरे से काफी दूर हैं।
दोनों मुख्यमंत्रियों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पठानकोट-डलहौजी रोपवे परियोजना स्थापित करने पर भी सहमति जताई। उन्होंने कहाकि पर्यटकों को सुविधा देने के अलावा, यह दोनों राज्यों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में भी मददगार होगा। उन्होंने इस क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा कि पर्यटन की सुविधा के लिए संयुक्त रूप से काम करना दोनों राज्यों के हित में है।
मुख्यमंत्री ने बिजली क्षेत्र में भी दोनों राज्यों के बीच आपसी सहयोग की मांग की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पीक सीजन में अपनी अतिरिक्त बिजली पंजाब को बेच सकता है। भगवंत मान ने कहा कि इससे राज्य में धान के मौसम में बिजली की समस्या को दूर करने में काफी मदद मिलेगी।
चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हिमाचल प्रदेश की तरफ से हाईड्रो पावर प्लांट पर प्रस्तावित वाटर सैस लगाने का मुद्दा बुधवार को हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सुक्खू के समक्ष उठाया। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सुबह सरकारी आवास पर सीएम भगवंत मान से मुलाकात की थी। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा पन-बिजली प्लांट पर वाटर सैस लागू करने को लेकर चिंता जताई। मान ने कहाकि इसे लागू नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि यह राज्य के हितों के खिलाफ है।
हिमाचल के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वाटर सैस केवल हिमाचल प्रदेश में लगे पन-बिजली प्लांटों पर ही लगाया जाएगा। यह पंजाब में लागू नहीं होगा। इस मुद्दे को हल करने के लिए दोनों मुख्यमंत्रियों ने कहाकि दोनों राज्यों के मुख्य सचिव और ऊर्जा सचिव हर पखवाड़े बैठक करेंगे। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्यों में कोई आपसी झगडा न हो। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के उच्च अधिकारी आपसी सहयोग से राज्यों के सामने आने वाले मुद्दों का समाधान करेंगे। उन्होंने दोनों राज्यों के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर सहमति व्यक्त की।
मुख्यमंत्री मान ने एक और मुद्दा उठाते हुए श्री आनंदपुर साहिब और नैना देवी के बीच रोप-वे की बात की जिससे दोनों राज्यों को लाभ मिल सके। उन्होंने कहाकि रोपवे से लाखों तीर्थयात्री इन दोनों ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकेंगे। दोनों मुख्यमंत्री इस बात पर सहमत हुए कि इस योजना से दोनों तीर्थस्थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा में आसानी होगी। ये स्थान एक-दूसरे से काफी दूर हैं।
दोनों मुख्यमंत्रियों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पठानकोट-डलहौजी रोपवे परियोजना स्थापित करने पर भी सहमति जताई। उन्होंने कहाकि पर्यटकों को सुविधा देने के अलावा, यह दोनों राज्यों के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में भी मददगार होगा। उन्होंने इस क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा कि पर्यटन की सुविधा के लिए संयुक्त रूप से काम करना दोनों राज्यों के हित में है।
मुख्यमंत्री ने बिजली क्षेत्र में भी दोनों राज्यों के बीच आपसी सहयोग की मांग की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पीक सीजन में अपनी अतिरिक्त बिजली पंजाब को बेच सकता है। भगवंत मान ने कहा कि इससे राज्य में धान के मौसम में बिजली की समस्या को दूर करने में काफी मदद मिलेगी।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
चंडीगढ़
पंजाब से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement
Traffic
Features
