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महेंद्रनाथ ने कहा, प्रियंका कर सकती हैं सिर्फ चर्चा, SP-BSP पर भी साधा निशाना
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्रनाथ पांडेय का कहना है कि प्रियंका और कांग्रेस कहीं से भी चुनौती में नहीं हैं। चाहे प्रियंका आएं या कांग्रेस का कोई भी नेता आए, कांग्रेस आज उत्तर प्रदेश में जमीन से डिस्कनेक्टेड (संपर्क विहीन) पार्टी है। उन्होंने कहा कि उनके पास ब्लॉक में कमेटियां नहीं हैं। बूथों पर व्यक्ति नहीं है। भाजपा के लिए यह पार्टी कहां से चुनौती खड़ा करेगी। प्रियंका यहां आकर सिर्फ चर्चा कर सकती हैं। एक कदम भी कांग्रेस को आगे नहीं बढ़ा सकतीं। भाजपा के लिए प्रियंका परेशानी नहीं हैं।
डॉ पांडेय ने प्रियंका गांधी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लडऩे को लेकर कहा कि मोदी के खिलााफ जो भी चुनाव लडऩे की सोचे, यह उसका विषय है। बनारस लोकसभा क्षेत्र में मोदी को बहुत ज्यादा मतों से जिताने की होड़ है। लोगों को मोदी जैसा अच्छा नेता मिला है। पांच वर्षो में विकास के काम हुए हैं। वहां किसी के आने का कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, हम अपने सहयोगी दलों को साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं।
डॉ पांडेय समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन से कोई चुनौती नहीं मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में गठबंधन की चर्चा चल रही थी तो भाजपा उससे पहले से मोदी सरकार के काम और उनके व्यक्तित्व पर फोकस कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार आई तो जनता की भलाई के काम के आधार पर हर वर्ग व संगठन में पैठ बना रही है। कार्यकर्ता के आधार पर चुनाव जीतने की रणनीति पर कार्य कर रही है।
भाजपा उस समय से लंबी दूरी की रणनीति पर काम कर रही है और अब जनता की भलाई की बड़ी कार्य योजना बनाकर प्रदेश सरकार आगे बढ़ रही है। डॉ पांडेय ने कहा कि अन्य दल सत्ता पाने के लिए परेशान हैं। भाजपा के केंद्रबिदु में गांव, गरीब के उत्थान की कार्य योजना है। इसीलिए गठबंधन कोई चुनौती नहीं है। पहले चरण के मतदान के बाद समाज के सभी तबकों ने भाजपा को अपना समर्थन दिया है।
मायावती के वोट कहे जाने वाले दलित भी भाजपा के साथ आए हैं। मायावती पर बाहुबलियों को टिकट देने का आरोप लगाए जाने पर उन्होंने कहा कि मायावती 38 टिकटों पर चुनाव लड़ रही हैं। दो टिकट सिर्फ कैडर को दिया है। 32 टिकट उद्योगपतियों और बाहरियों को दिया है। मुंबई से दानिश अली और श्रावस्ती से गुटखा वाले को पैसे लेकर टिकट दिए हैं। इन चार बाहुबलियों को पर्याप्त राशि लेकर टिकट दिए हैं। यह दुखद है। डॉ पांडेय कहा कि भाजपा व अन्य दलों ने बाहुबलियों से दूरी बना रखी है, लेकिन मायावती ने फिर से बाहुबलियों को प्रमुखता देकर अपना दोहरा चेहरा खुद ही बेनकाब किया है।
उनके दिल में केवल दौलत है, चाहे अपराधियों के हाथ से आए, चाहे व्यापारी के। यही मायावती का दर्शन है। उन्होंने कहा कि अब दलित इस बात को जान चुका है। मोदी द्वारा प्रयागराज के कुंभ में दलितों का पैर धोकर जो सम्मान दिया गया, उससे वे अब भाजपा की ओर आशा भरी निगाह से देखकर भाजपा से जुड़ रहा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा भाजपा को एक सीट दिए जाने पर डॉ पांडेय ने कहा कि शायद उनको एक सीट मिल जाए तो बहुत भाग्य की बात है। यह समाजवादी पार्टी के लिए सुख का विषय होगा।
मंत्री ओमप्रकाश राजभर के भाजपा संगठन से अलग होने का जिक्र करने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर को पूरा महत्व दिया गया। उनकी बातों को सहन भी किया गया। उन्हें संभालने का पूरा प्रयास किया गया। उन्होंने कहा, हमने लोकसभा चुनाव में एक सीट देने का भी प्रस्ताव दिया। हम उनके साथ मिलकर चलाना चाहते थे, लेकिन उन्हें यह सब कुछ शायद पसंद नहीं आया।
अब भाजपा का निषाद पार्टी से गठबंधन है। उनके साथ चुनावी कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। कोई दिक्कत नहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारे जो अपने हैं, उन्हें हम हमेशा साथ लेकर चलते हैं। आजमगढ़ से रमाकांत ने कुछ दिनों से अपने आपको स्वत: रिजर्व कर लिया था। हमने उन्हें दूर नहीं किया है। उनके पुत्र अरुणकांत भाजपा से विधायक हैं। पार्टी के लिए प्रचार भी कर रहे हैं।
डॉ पांडेय ने प्रियंका गांधी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लडऩे को लेकर कहा कि मोदी के खिलााफ जो भी चुनाव लडऩे की सोचे, यह उसका विषय है। बनारस लोकसभा क्षेत्र में मोदी को बहुत ज्यादा मतों से जिताने की होड़ है। लोगों को मोदी जैसा अच्छा नेता मिला है। पांच वर्षो में विकास के काम हुए हैं। वहां किसी के आने का कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, हम अपने सहयोगी दलों को साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं।
डॉ पांडेय समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन से कोई चुनौती नहीं मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में गठबंधन की चर्चा चल रही थी तो भाजपा उससे पहले से मोदी सरकार के काम और उनके व्यक्तित्व पर फोकस कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार आई तो जनता की भलाई के काम के आधार पर हर वर्ग व संगठन में पैठ बना रही है। कार्यकर्ता के आधार पर चुनाव जीतने की रणनीति पर कार्य कर रही है।
भाजपा उस समय से लंबी दूरी की रणनीति पर काम कर रही है और अब जनता की भलाई की बड़ी कार्य योजना बनाकर प्रदेश सरकार आगे बढ़ रही है। डॉ पांडेय ने कहा कि अन्य दल सत्ता पाने के लिए परेशान हैं। भाजपा के केंद्रबिदु में गांव, गरीब के उत्थान की कार्य योजना है। इसीलिए गठबंधन कोई चुनौती नहीं है। पहले चरण के मतदान के बाद समाज के सभी तबकों ने भाजपा को अपना समर्थन दिया है।
मायावती के वोट कहे जाने वाले दलित भी भाजपा के साथ आए हैं। मायावती पर बाहुबलियों को टिकट देने का आरोप लगाए जाने पर उन्होंने कहा कि मायावती 38 टिकटों पर चुनाव लड़ रही हैं। दो टिकट सिर्फ कैडर को दिया है। 32 टिकट उद्योगपतियों और बाहरियों को दिया है। मुंबई से दानिश अली और श्रावस्ती से गुटखा वाले को पैसे लेकर टिकट दिए हैं। इन चार बाहुबलियों को पर्याप्त राशि लेकर टिकट दिए हैं। यह दुखद है। डॉ पांडेय कहा कि भाजपा व अन्य दलों ने बाहुबलियों से दूरी बना रखी है, लेकिन मायावती ने फिर से बाहुबलियों को प्रमुखता देकर अपना दोहरा चेहरा खुद ही बेनकाब किया है।
उनके दिल में केवल दौलत है, चाहे अपराधियों के हाथ से आए, चाहे व्यापारी के। यही मायावती का दर्शन है। उन्होंने कहा कि अब दलित इस बात को जान चुका है। मोदी द्वारा प्रयागराज के कुंभ में दलितों का पैर धोकर जो सम्मान दिया गया, उससे वे अब भाजपा की ओर आशा भरी निगाह से देखकर भाजपा से जुड़ रहा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा भाजपा को एक सीट दिए जाने पर डॉ पांडेय ने कहा कि शायद उनको एक सीट मिल जाए तो बहुत भाग्य की बात है। यह समाजवादी पार्टी के लिए सुख का विषय होगा।
मंत्री ओमप्रकाश राजभर के भाजपा संगठन से अलग होने का जिक्र करने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर को पूरा महत्व दिया गया। उनकी बातों को सहन भी किया गया। उन्हें संभालने का पूरा प्रयास किया गया। उन्होंने कहा, हमने लोकसभा चुनाव में एक सीट देने का भी प्रस्ताव दिया। हम उनके साथ मिलकर चलाना चाहते थे, लेकिन उन्हें यह सब कुछ शायद पसंद नहीं आया।
अब भाजपा का निषाद पार्टी से गठबंधन है। उनके साथ चुनावी कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। कोई दिक्कत नहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारे जो अपने हैं, उन्हें हम हमेशा साथ लेकर चलते हैं। आजमगढ़ से रमाकांत ने कुछ दिनों से अपने आपको स्वत: रिजर्व कर लिया था। हमने उन्हें दूर नहीं किया है। उनके पुत्र अरुणकांत भाजपा से विधायक हैं। पार्टी के लिए प्रचार भी कर रहे हैं।
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