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सादे कपड़ों में दो लोगों ने बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में सैन्यकर्मियों पर की फायरिंग : पुलिस
अजय गांधी ने कहा कि पुलिस और भारतीय सेना संयुक्त रूप से घटना की जांच कर रही है और जांच अभी भी जारी है।
घटना की जांच कर रही पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे अजय गांधी ने अपराध में हथियारों के इस्तेमाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, यह मामला अभी भी जांच के दायरे में है।
अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल से एक इंसास राइफल के 19 खाली खोल बरामद किए गए, जब हमलावरों ने सैन्य बैरक के अंदर गोलियां चलाईं तो सभी सो रहे थे।
उन्होंने इन खबरों पर भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि घटना में दो दिन पहले गायब हुई एक इंसास राइफल और गोला बारूद का इस्तेमाल किया गया है।
इससे पहले बुधवार को ही दक्षिण पश्चिमी कमान मुख्यालय ने एक बयान में कहा था कि यह पता चला है कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, एक तोपखाना इकाई के सेना के चार जवानों ने घटना के दौरान गोली लगने से दम तोड़ दिया।
बयान में कहा गया है, किसी और सैन्य कर्मियों के घायल होने या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं है। क्षेत्र को सील किया गया है और तथ्यों को स्थापित करने के लिए पंजाब पुलिस के साथ एक संयुक्त जांच चल रही है।
इसमें कहा गया है कि इंसास राइफल के संभावित इस्तेमाल और दो दिन पहले लापता हुए 28 राउंड गोला बारूद सहित सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (बठिंडा) गुलनीत सिंह खुराना ने मीडिया से कहा, यह कोई आतंकी हमला नहीं था और ऐसा लगता है कि मिल्रिटी स्टेशन में कोई आंतरिक घटनाक्रम हुआ है।
बठिंडा छावनी, जिसमें देश का सबसे बड़ा गोला-बारूद डिपो है, चंडीगढ़-फाजिल्का खंड पर राष्ट्रीय राजमार्ग-7 के साथ स्थित है। यह रास्ता आगे राजस्थान की ओर जाता है।(आईएएनएस)
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