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यूपी में दो युवतियों से दुष्कर्म के आरोप में दो सिपाही गिरफ्तार, एसआई फरार
हरदोई, । इलाहाबाद उच्च न्यायालय
द्वारा लगाई गई फटकार के बाद हरदोई पुलिस ने अप्रैल में 18 और 19 साल की दो
चचेरी बहनों के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में दो कांस्टेबलों
को गिरफ्तार किया। इस मामले में तीसरा आरोपी सब इंस्पेक्टर (एसआई) अभी भी
फरार है।
पीड़ितों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए उच्च न्यायालय से
गुहार लगाई थी। अदालत ने मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस को शिकायत पर
उचित कार्रवाई कर अदालत को अवगत कराने का निर्देश दिया।
गिरफ्तार आरक्षकों की पहचान मनोज सिंह और हिमांशु सिंह के रूप में हुई है, जबकि फरार सब इंस्पेक्टर का नाम संजय सिंह है।
हरदोई के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने कहा कि अदालत के निर्देश पर 21 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
उन्होंने कहा, हमने मामले की जांच के लिए सीओ रैंक के एक अधिकारी वाली एसआईटी बनाई थी और मामले की जांच की जा रही है।
द्विवेदी ने यह भी कहा कि तीसरे आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है और उसे जल्द से जल्द पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया गया है।
लड़कियों के माता-पिता ने आरोप लगाया था कि 14 अप्रैल को आरोपी पुलिसकर्मी सड़क किनारे स्थित एक भोजनालय में गए थे, जहां चचेरी बहनें काम करती थीं, उन्होंने वहां उनके साथ बलात्कार किया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, हम दर-दर भटके लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। हम हरदोई के तत्कालीन एसपी से भी मिले, लेकिन हमारी शिकायत अनसुनी कर दी गई। इसके बाद हमने अदालत में याचिका दायर की।
अगस्त में कोर्ट ने एफआईआर और कार्रवाई का आदेश दिया, लेकिन पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी।
उन्होंने कहा, पीड़ितों ने इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिसने हरदोई के एसपी को आरोपी अधिकारियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने और कार्रवाई से अवगत कराने का निर्देश दिया।
--आईएएनएस
गिरफ्तार आरक्षकों की पहचान मनोज सिंह और हिमांशु सिंह के रूप में हुई है, जबकि फरार सब इंस्पेक्टर का नाम संजय सिंह है।
हरदोई के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने कहा कि अदालत के निर्देश पर 21 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
उन्होंने कहा, हमने मामले की जांच के लिए सीओ रैंक के एक अधिकारी वाली एसआईटी बनाई थी और मामले की जांच की जा रही है।
द्विवेदी ने यह भी कहा कि तीसरे आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है और उसे जल्द से जल्द पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया गया है।
लड़कियों के माता-पिता ने आरोप लगाया था कि 14 अप्रैल को आरोपी पुलिसकर्मी सड़क किनारे स्थित एक भोजनालय में गए थे, जहां चचेरी बहनें काम करती थीं, उन्होंने वहां उनके साथ बलात्कार किया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, हम दर-दर भटके लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। हम हरदोई के तत्कालीन एसपी से भी मिले, लेकिन हमारी शिकायत अनसुनी कर दी गई। इसके बाद हमने अदालत में याचिका दायर की।
अगस्त में कोर्ट ने एफआईआर और कार्रवाई का आदेश दिया, लेकिन पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी।
उन्होंने कहा, पीड़ितों ने इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिसने हरदोई के एसपी को आरोपी अधिकारियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने और कार्रवाई से अवगत कराने का निर्देश दिया।
--आईएएनएस
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