Advertisement
जींद के हैबतपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज का नाम संत शिरोमणि श्री धन्ना भगत के नाम पर रखा जाएगाः सीएम

कैथल। हरियाणा सरकार द्वारा संत श्री धन्ना भगत की जयंती कैथल में बड़े धूमधाम से मनाई गई। जिले के गांव धनौरी में हुए राज्य स्तरीय समारोह में भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी धर्मपत्नी सुदेश धनखड़ ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जींद के हैबतपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज का नाम संत शिरोमणि श्री धन्ना भगत के नाम पर रखा जाएगा। धनौरी में महिला कॉलेज बनाने, गांव में पीने के पानी की आपूर्ति भाखडा नहर से किए जाने, सीवरेज एवं गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था करने की भी घोषणा की।
मनोहर लाल ने संत शिरोमणि श्री धन्ना भगत जी की शिक्षाओं और उनके संदेश को अमर करने के लिए पाठ्य पुस्तकों में धन्ना भगत जी का उल्लेख किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने गांव में एक सामुदायिक केंद्र और पुस्तकालय बनाने के साथ-साथ गॉंव के विकास के लिए 7 करोड़ रुपए देने की भी घोषणा की। उन्होंने धनौरी की गऊशाला के लिए 21 लाख रुपए देने को कहा। धनौरी में संत शिरोमणि श्री धन्ना भगत जी की प्रतिमा लगवाई जाएगी। संत श्री धन्ना भगत जी मंदिर में लंगर हॉल तथा गांव में तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
श्री धन्ना भगत ने बुराइयों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाईः
मनोहर लाल ने संत शिरोमणि धन्ना को नमन करते हुए कहाकि उनका सौभाग्य है कि उन्हें धन्ना भगत जी के जयंती समारोह में आने का अवसर मिला है। धन्ना भगत उन महान संतों में थे, जिन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने भक्ति मार्ग को अपनाते हुए मानव - मात्र की सेवा के साथ - साथ कर्म पर उसी तरह बल दिया। जैसे भगवान श्रीकृष्ण जी ने गीता में कर्म का अमर सन्देश दिया है। जाति पाति के घोर विरोधी थे। वे पूरी मानव जाति के पथ - प्रदर्शक थे। उन्होंने कहा कि धन्ना भगत जी बचपन से ही दयालु, परोपकारी और साधु - संतों की संगति किया करते थे। उनके जीवन के संबंध में कई चमत्कारिक कथाएं जुड़ी हुई है। पंचम पातशाह श्री गुरु अर्जुन देव जी ने भी धन्ना भगत जी के भक्ति भाव के बारे में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में उल्लेख किया है कि वे सिद्ध महापुरुष थे।
संत - महापुरुषों की शिक्षाओं के प्रचार की योजनाः
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत-महापुरुषों की शिक्षाएं पूरे मानव समाज की धरोहर हैं। उनकी विरासत को सम्भालने और सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसलिए हरियाणा सरकार संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना के तहत संतों व महापुरुषों के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रही है। इसी कड़ी में आज का यह जयंती समारोह किया जा रहा है। स अवसर पर हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ सहित अन्य गणमान्य अतिथि एवं संत समाज उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जींद के हैबतपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज का नाम संत शिरोमणि श्री धन्ना भगत के नाम पर रखा जाएगा। धनौरी में महिला कॉलेज बनाने, गांव में पीने के पानी की आपूर्ति भाखडा नहर से किए जाने, सीवरेज एवं गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था करने की भी घोषणा की।
मनोहर लाल ने संत शिरोमणि श्री धन्ना भगत जी की शिक्षाओं और उनके संदेश को अमर करने के लिए पाठ्य पुस्तकों में धन्ना भगत जी का उल्लेख किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने गांव में एक सामुदायिक केंद्र और पुस्तकालय बनाने के साथ-साथ गॉंव के विकास के लिए 7 करोड़ रुपए देने की भी घोषणा की। उन्होंने धनौरी की गऊशाला के लिए 21 लाख रुपए देने को कहा। धनौरी में संत शिरोमणि श्री धन्ना भगत जी की प्रतिमा लगवाई जाएगी। संत श्री धन्ना भगत जी मंदिर में लंगर हॉल तथा गांव में तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
श्री धन्ना भगत ने बुराइयों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाईः
मनोहर लाल ने संत शिरोमणि धन्ना को नमन करते हुए कहाकि उनका सौभाग्य है कि उन्हें धन्ना भगत जी के जयंती समारोह में आने का अवसर मिला है। धन्ना भगत उन महान संतों में थे, जिन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने भक्ति मार्ग को अपनाते हुए मानव - मात्र की सेवा के साथ - साथ कर्म पर उसी तरह बल दिया। जैसे भगवान श्रीकृष्ण जी ने गीता में कर्म का अमर सन्देश दिया है। जाति पाति के घोर विरोधी थे। वे पूरी मानव जाति के पथ - प्रदर्शक थे। उन्होंने कहा कि धन्ना भगत जी बचपन से ही दयालु, परोपकारी और साधु - संतों की संगति किया करते थे। उनके जीवन के संबंध में कई चमत्कारिक कथाएं जुड़ी हुई है। पंचम पातशाह श्री गुरु अर्जुन देव जी ने भी धन्ना भगत जी के भक्ति भाव के बारे में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में उल्लेख किया है कि वे सिद्ध महापुरुष थे।
संत - महापुरुषों की शिक्षाओं के प्रचार की योजनाः
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत-महापुरुषों की शिक्षाएं पूरे मानव समाज की धरोहर हैं। उनकी विरासत को सम्भालने और सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसलिए हरियाणा सरकार संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना के तहत संतों व महापुरुषों के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रही है। इसी कड़ी में आज का यह जयंती समारोह किया जा रहा है। स अवसर पर हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ सहित अन्य गणमान्य अतिथि एवं संत समाज उपस्थित थे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
कैथल
हरियाणा से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement
Traffic
Features
