Advertisement
सरकार खुद ही कर रही है नियमों की अनदेखी: सैलजा
सांसद ने कहा कि जनता सरकार से उम्मीद करती है कि महंगाई के इस जमाने में उन्हें टोल में कुछ राहत मिलेगी, मगर यहां तो राहत देने की बजाय लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है। पेट्रोल-डीजल के दाम पहले ही आसमान पर पहुंचे हुए हैं। ऊपर से टोल वसूलने के मामले में भी नियमों को ताक पर रखा जा रहा है। यह भाजपा सरकार की तानाशाही का सबूत है। इसलिए उनकी भारत सरकार व सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से मांग है कि रोहतक से डबवाली के बीच बनाए गए सभी टोल की दोबारा से मेपिंग करवाई जाए। 60 किमी की दूरी से पहले कोई टोल नहीं होना चाहिए और जो नियमों के खिलाफ बने हुए हैं, उन टोल को तुरंत खत्म किया जाए ताकि लोगों को कुछ राहत मिल सके।
बरसाती पानी निकासी के नाम पर करोड़ों खर्च, नतीजा शून्य
सांसद कुमारी सैलजा ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से सवाल पूछा कि हाईवे पर बरसाती पानी निकासी के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि हाईवे के दोनों तरफ बारिश के पानी की निकासी के लिए नाला बनाया गया है। हिसार से डबवाली के बीच मुख्य-मुख्य कस्बों व गांवों के पास करीब 41 किमी लंबा नाला दोनों तरफ बनाया गया है जिस पर 61 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। कुमारी सैलजा ने कहा कि उन्होंने खुद हिसार से डबवाली तक सफर किया है। जो नाला बनाया गया है, वह वर्तमान में अनुपयोगी है। नाला की स्लैब टूट चुकी है। नाला के पानी की निकासी का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बारिश के पानी की निकासी के नाम पर सरकार ने करोड़ों रुपये बर्बाद कर दिए हैं जिसकी जांच होनी चाहिए।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
चंडीगढ़
हरियाणा से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement