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जनजातीय समुदाय द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्य एवं योगदान सामाजिक समरसता की मिसाल है : केंद्रीय राज्य मंत्री
इस अवसर पर उइके ने कहा कि हमारे इतिहास में प्राचीन कालखंड से लेकर रामायण एवं महाभारत के युग तक जनजातीय समुदायों का विशेष महत्व रहा है, इनके द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्य एवं समाज के उत्थान में दिए गए योगदान सामाजिक समरसता की मिसाल है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विभिन्न क्षेत्रों में फैली हुई जनजाति वर्गों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए अनेक कार्यक्रमों का सञ्चालन किया जा रहा है। उइके ने कहा कि प्राचीन समय में सोने की चिड़िया कहलाने वाले हमारे राष्ट्र पर समय- समय पर हुए विदेशी आक्रमणों ने देश की संस्कृति को बहुत क्षति पहुँचाई है। ऐसे में अब जरुरी है कि वैश्विक स्तर पर फैले हुए जनजातीय समुदायों को एकत्र किया जाए और देश कि उन्नति में भागीदारी निभाई जाए।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री हेमंत मीना ने कहा कि जनजातीय समुदाय प्रकृति संरक्षण का एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। यह समुदाय हमें प्रकृति के साथ जीवन जीना सिखाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जनजातीय संस्कृति और उनकी परंपराओं को संरक्षित करना एवं सहेजना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसी क्रम में केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के अंतर्गत 63 हज़ार से अधिक जनजातीय बहुल गांवों के परिवारों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लगभग 80 हज़ार करोड़ की राशि को मंजूरी दी गई है। इस अभियान के तहत अगले 5 वर्षों में जनजातीय समुदायों के लिए पक्के आवास, जल एवं बिजली आपूर्ति, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं जैसी आधारभूत जरूरतों को पूरा करने के लक्ष्यों का क्रियान्वयन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा को बढावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं का सफल संचालन कर रही है जिससे जनजातीय समुदाय प्रगति पथ पर अग्रसर हो रहे हैं।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा जनजातीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए निर्मित योजना का पोस्टर विमोचन किया गया। इस अवसर पर प्रतिभा खराड़ी को जनजाति गौरव सम्मान, इंदिरा गाँधी नहर बोर्ड के अध्यक्ष कुंजीलाल मीणा एवं अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एसडीआरएफ हवा सिंह घुमरिया को प्रशासनिक सम्मान प्रदान किया गया। इसके साथ ही शिक्षा, प्रशासन, कौशल, उद्यमशीलता, विधि, समाजसेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग परिषद् के महासचिव श्याम परांदे, अन्तर्राष्ट्रीय रोमा सांस्कृतिक विश्वविद्यालय के चांसलर एम.के.वाजपेयी, विश्वविद्यालय के निदेशक एवं राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष गोविन्द पारीक तथा जनजातीय विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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