सदन में गतिरोध बेहद पीड़ादायक और विधान सभा की गौरवशाली परम्पराओं को ठेस पहुँचाने वाला : देवनानी

देवनानी ने कहा कि सदन में दोनों पक्षों को साथ लेकर सदन चलाने के लिए उन्होंने पूरे प्रयास किये। प्रतिपक्ष को सदन के बाहर भी समझाने का प्रयास किया। देवनानी ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रतिपक्ष द्वारा सदन संचालन में व्यवधान करना लोकतंत्र के लिए चिन्तनीय है। प्रतिपक्ष द्वारा सदन को चलाने में सहयोग न करना उनके लिए पीड़ादायक रहा है।
देवनानी ने कहा कि प्रतिपक्ष के असहयोग के बावजूद भी उन्होंने शुक्रवार को कार्यसूची के अनुरूप प्रश्नकाल और शून्यकाल में सदन की कार्यवाही को चलाया। लोकतंत्र में सदन चलाने का दायित्व पक्ष के साथ प्रतिपक्ष का भी होता है। सदन संचालन लोकतंत्र के लिए आवश्यक होता है। विधान सभा के प्रत्येक सदस्य को सदन संचालन के कार्य में अपनी भूमिका का निर्वहन निष्ठा से करना चाहिए।
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