Advertisement
कांग्रेस सरकार पूरी तरह से युवा और बेरोजगार विरोधी हुई साबितः बिन्दल

उन्होनें कहा कि 67 हजार पद खाली है और 33 हजार पद सृजित किए जाएंगे और 5 साल में 5 लाख रोजगार दिए जाएंगे, परन्तु कांग्रेस की सरकार बनने के बाद, उसके बिल्कुल विपरीत काम हुआ। नौकरी देने वाला संस्थान बंद हो गया, कमीशन की नौकरियां बंद हो गई और पिछले 3 वर्षों में एक भी रेगुलर भर्ती का प्रावधान नहीं हुआ। नए-नए फाॅर्मूले सरकार ने निकाले परन्तु वो फाॅर्मूले भी क्रियान्वित नहीं हो पाए। कोई वन मित्र लगेगा, कोई रोगी मित्र लगेगा, कोई पशु मित्र लगेगा, वास्तव में बेरोजगारों के साथ इससे भद्दा मजाक नहीं हो सकता कि चार-साढ़े चार हजार की नौकरी के लिए युवा दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं।
डाॅ. बिन्दल ने कहा कि विभिन्न विभागों से कर्मचारियों को निकालने का क्रम निरन्तर चल रहा है। हाउसिंग बोर्ड के अंदर 137 सृजित पदों को समाप्त कर दिया यानि रोजगार के अवसर समाप्त कर दिए। बिजली बोर्ड में हजारों पद समाप्त कर रोजगार के अवसर समाप्त कर दिए। 1 लाख 45 हजार पद प्रदेश के विभिन्न विभागों के अंदर रिक्त पड़े थे उनको समाप्त कर दिया। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भी अनेक पदों को समाप्त कर, नौकरी पर लगे कर्मचारियों को बाहर करने की कवायद चल रही है।
2000 स्कूल बंद किए गए और यदि एक स्कूल में 10 कर्मचारियों की औसत से देखें तो 20 हजार पद समाप्त किए गए। केवल स्कूल ही नहीं अपितु पटवार सर्कल, सब तहसीलें, पीडब्ल्यूडी, आईपीएच के दफ्तर, पीएचसी, सीएचसी को बंद करने का काम किया गया है जिसके कारण सीधा-सीधा नौकरी तलाश करने वालों के अवसरों को समाप्त किया गया है, ये बेरोजगार विरोधी, युवा विरोधी सरकार है और यह पूरी तरह से साबित हो चुका है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
शिमला
Advertisement
हिमाचल प्रदेश से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement
Traffic
Features


