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मुख्यमंत्री ने किया करनाल में 1177 लाख रूपए की 8 तीर्थ योजनाओं का शिलान्यास
उन्होंने कहा कि पहले कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड केवल कुरूक्षेत्र जिले के तीर्थो की ही देखभाल करता था। लेकिन, जब से भाजपा की सरकार बनी है, कुरूक्षेत्र में गीता जयंती का स्वरूप बदलकर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाई जाने लगी। तब से लेकर धर्मक्षेत्र कुरूक्षेत्र प्रसिद्ध तीर्थ के अंतर्गत 48 कोस की परिधि में स्थापित 164 तीर्थो के महत्व को समझते हुए कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा जीर्णोद्वार किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा तीर्थ परिक्रमा को विकसित करने का भी निर्णय लिया जा रहा है ताकि लोगों की आस्था के केन्द्र तीर्थो पर गांव के लोगों के साथ-साथ बाहर के लोग भी दर्शन के लिए आएं। इससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड के साथ-साथ स्थानीय लोगों का भी दायित्व बनता है कि वह तीर्थो का रख-रखाव सही तरीके से रखने में अपना सहयोग दें। इसके लिए ग्रामीणों द्वारा गांव स्तर पर एक समिति बनाई जाए।
इन 8 तीर्थ परियोजनाओं का हुआ शिलान्यासः
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने निसिंग ब्लॉक के गांव बालू में 86.89 लाख रूपए की लागत से पृथ्वी तीर्थ, गांव ओंगद में 112.11 लाख रूपए की लागत से रघुवेन्द्र दशरथ तीर्थ, निसिंग ग्रामीण में 159.31 लाख रूपए की लागत से मिश्रक तीर्थ, असंध में 40 लाख रूपए की लागत से धनक्षेत्र तीर्थ, गांव अजंनथली में 229.77 लाख रूपये की लागत से अजंनी तीर्थ, गांव पतनपुरी में 231. 29 लाख रूपए की लागत से प्रोक्षांत तीर्थ, गांव सीतामाई में 134.52 लाख रूपये की लागत से वेदवती तीर्थ तथा गांव बस्तली में 183. 06 लाख रूपये की लागत से व्यास स्थल तीर्थ के कार्य का शिलान्यास किया।
इस मौके पर नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर, कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, मेयर रेनू बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला तथा प्रशासन की ओर से उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक शंशाक कुमार सावन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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