तीज उत्सव होगा इस बार और भी भव्य, शिल्पग्राम के पुनर्विकास की बनेगी उत्कृष्ट कार्ययोजना - दिया कुमारी

उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस बार तीज उत्सव को दो दिवसीय कार्यक्रम के रूप में और अधिक भव्यता से मनाया जाए, ताकि राज्य की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर और भी मजबूती से प्रस्तुत किया जा सके।
उन्होंने जवाहर कला केन्द्र परिसर स्थित शिल्पग्राम के पुनर्विकास को लेकर एक उत्कृष्ट कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए, जिससे वहाँ के कलाकारों को वर्ष भर कला प्रदर्शन के अवसर मिल सकें और उनकी आजीविका को स्थायित्व मिले। शिल्पग्राम को एक जीवंत सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में यह अहम कदम माना जा रहा है।
महत्वपूर्ण निर्देश:
तीज उत्सव को इस वर्ष दो दिवसीय और अधिक भव्य स्वरूप में आयोजित किया जाएगा।
शिल्पग्राम के पुनर्विकास की योजना में कलाकारों को केंद्र में रखकर एक दीर्घकालिक विज़न तैयार किया जाएगा।
जमवाय माता मंदिर क्षेत्र के विकास कार्यों में प्रगति लाई जाएगी।
बावड़ियों एवं अन्य ऐतिहासिक स्मारकों के जीर्णोद्धार हेतु विशेषज्ञ संरक्षणविदों की सेवाएँ ली जाएँगी।
भारत सरकार की सास्की योजना के अंतर्गत स्वीकृत आमेर-नाहरगढ़ व जलमहल के विकास कार्यों की समयबद्ध क्रियान्विति सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि -“राजस्थान की संस्कृति, कला और विरासत राज्य की पहचान है। हमें पर्यटन विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक संवर्धन पर विशेष ध्यान देना होगा ताकि आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़कर रखा जा सके।”
बैठक में संयुक्त निदेशक पर्यटन (विकास) राजेश शर्मा, विशेषाधिकारी ललित कुमार, अतिरिक्त महानिदेशक (जवाहर कला केन्द्र) अलका मीणा, संयुक्त निदेशक (मेले-त्योहार) पुनीता सिंह और उप निदेशक पर्यटन उपेन्द्र सिंह शेखावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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