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सिरोही में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंति वर्ष पर महाविद्यालय में आयोजित हुई संगोष्ठी

जयपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ति वर्ष के उपलक्ष्य में सिरोही में जिला मुख्यालय पर गांधी दर्शन एवं कुटीर उद्योग पर तीन दिवसीय प्रदर्शनी एवं अन्य कार्यक्रमों के समापन समारोह के अवसर पर ‘‘ ग्रामोद्योग’’ विषय पर संगोष्ठी एवं प्रतियोगिताओ में अव्वल आने वालो को पारितोषिक वितरण कार्यक्रम महाविद्यालय के पुराना सेमीनार हॉल में किया गया।
इस अवसर पर शिवगंज प्रधान जीवराम आर्य ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में खादी को महात्मा गांधी ने एक बडे हथियार के रूप में प्रयोग किया। उनका कहना था कि “खादी एक वस्त्र नही खादी एक विचार है“ महात्मागांधी खादी को भारत की आर्थिक स्वतंत्रता तथा एकता का प्रतीक मानते थे। उन्होंने बताया कि स्वदेशी के प्रति अभी भी लोगों में प्यार है हम ग्रामोद्योग की बात करते है और ग्रामोद्योग की आवश्यकता है। उन्होने गांधीजी के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कहीं।
इस अवसर पर शिवगंज प्रधान जीवराम आर्य ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में खादी को महात्मा गांधी ने एक बडे हथियार के रूप में प्रयोग किया। उनका कहना था कि “खादी एक वस्त्र नही खादी एक विचार है“ महात्मागांधी खादी को भारत की आर्थिक स्वतंत्रता तथा एकता का प्रतीक मानते थे। उन्होंने बताया कि स्वदेशी के प्रति अभी भी लोगों में प्यार है हम ग्रामोद्योग की बात करते है और ग्रामोद्योग की आवश्यकता है। उन्होने गांधीजी के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कहीं।
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