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नौजवान की स्मैक की ओवरडोज से मौत
मानसा। उड़ता
पंजाब फिल्म में दिखाए गए सीन भले ही सैंसर बोर्ड ने हटा दिए हो मगर फिल्म
में दिखाए गए सीन आज भी ताजा हो गए जब जिले में सरेआम बिक रहे नशे कारण नौजवान की स्मैक की ओवरडोज से मौत हो गई।
मानसा के वार्ड नंबर 25 के निवासी विक्रमजीत सिंह पुत्र मघर सिंह (33) की स्मैक का अधिक मात्रा में नशा करने से मौत हो गई, उसकी एक नन्हीं बच्ची है। उसकी पत्नी ने बताया कि उसका पति स्मैक का नशा करने का आदि था, उसका कहना है कि यदि कभी उसे स्मैक नहीं मिलती थी तो उसे किसी किस्म का दौरा सा पड़ जाता था। मृतक नौजवान की विधवा ने बताया कि वीरवार के दिन उसके पति को दिनभर नशे की भटकना लगी रही तथा उसे कहीं से नशा नहीं मिला। मगर देर सांय उसे कहीं से स्मैक मिल ही गई, जिसका उसने बहुत अधिक मात्रा में नशा कर लिया तथा अधिक मात्रा में नशा करने से वीरवार की रात को उनके घर में ही मौत हो गई।
उक्त वार्ड की पार्षद करनैल कौर तथा उनके पड़ोसी लोगों ने बताया कि इस वार्ड में स्मैक, शराब, सिगरेट, भुक्की व नशीली गोलियां सरेआम तथा पुलिस की आंखों के सामने बिकते है, तथा वार्ड के सैंकडों नौजवान नशा करने के आदी हो चुके है। उन्होंने बताया कि इस बारे में वह कई बार पुलिस के आला अधिकारियों को लिखत रुप में मांग पत्र भी दे चुके है, मगर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
उन्होंने मांग की चुनाव कमीशन इस मामले में दखल दे। वर्णनीय है कि जिले में सरेआम बिकते नशो कारण कुछ समय पूर्व जिले के कस्बा जोगा में एक ही समय पर दो नौजवानों ने फोकल प्वाइंट बिलडिंग में स्मैक की ओवरडोज से मौत हो गई थी। मगर पुलिस प्रशासन इस सरेआम बिक रहे नशा को रोकने में असफल रही है। इससे मानसा पुलिस की भूमिका पर प्रश्न चिह्न लग रहे है। लोगों का कहना है कि ड्रग माफिया के कारोबारी पुलिस की मिलीभगत और सत्ताधारी नेताओं की शह पर करते है।
मामले के बारे में डीएसपी जसमीत सिंह ने कहा कि यह मामला उनके ध्यान में नहीं है। मामले की जांच करवाई जाएगी तथा नशे के कारोबारियों पर नकेल कसी जाएगी। इस अवसर पर मघ्घर सिंह, कश्मीरा सिंह, जग्गा सिंह, शेर सिंह, बलविन्दर सिंह, डाक्टर अशोक मिलन व केवल सिंह के अलावा बड़ी संख्या में शहर निवासी मौजूद थे।
मानसा के वार्ड नंबर 25 के निवासी विक्रमजीत सिंह पुत्र मघर सिंह (33) की स्मैक का अधिक मात्रा में नशा करने से मौत हो गई, उसकी एक नन्हीं बच्ची है। उसकी पत्नी ने बताया कि उसका पति स्मैक का नशा करने का आदि था, उसका कहना है कि यदि कभी उसे स्मैक नहीं मिलती थी तो उसे किसी किस्म का दौरा सा पड़ जाता था। मृतक नौजवान की विधवा ने बताया कि वीरवार के दिन उसके पति को दिनभर नशे की भटकना लगी रही तथा उसे कहीं से नशा नहीं मिला। मगर देर सांय उसे कहीं से स्मैक मिल ही गई, जिसका उसने बहुत अधिक मात्रा में नशा कर लिया तथा अधिक मात्रा में नशा करने से वीरवार की रात को उनके घर में ही मौत हो गई।
उक्त वार्ड की पार्षद करनैल कौर तथा उनके पड़ोसी लोगों ने बताया कि इस वार्ड में स्मैक, शराब, सिगरेट, भुक्की व नशीली गोलियां सरेआम तथा पुलिस की आंखों के सामने बिकते है, तथा वार्ड के सैंकडों नौजवान नशा करने के आदी हो चुके है। उन्होंने बताया कि इस बारे में वह कई बार पुलिस के आला अधिकारियों को लिखत रुप में मांग पत्र भी दे चुके है, मगर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
उन्होंने मांग की चुनाव कमीशन इस मामले में दखल दे। वर्णनीय है कि जिले में सरेआम बिकते नशो कारण कुछ समय पूर्व जिले के कस्बा जोगा में एक ही समय पर दो नौजवानों ने फोकल प्वाइंट बिलडिंग में स्मैक की ओवरडोज से मौत हो गई थी। मगर पुलिस प्रशासन इस सरेआम बिक रहे नशा को रोकने में असफल रही है। इससे मानसा पुलिस की भूमिका पर प्रश्न चिह्न लग रहे है। लोगों का कहना है कि ड्रग माफिया के कारोबारी पुलिस की मिलीभगत और सत्ताधारी नेताओं की शह पर करते है।
मामले के बारे में डीएसपी जसमीत सिंह ने कहा कि यह मामला उनके ध्यान में नहीं है। मामले की जांच करवाई जाएगी तथा नशे के कारोबारियों पर नकेल कसी जाएगी। इस अवसर पर मघ्घर सिंह, कश्मीरा सिंह, जग्गा सिंह, शेर सिंह, बलविन्दर सिंह, डाक्टर अशोक मिलन व केवल सिंह के अलावा बड़ी संख्या में शहर निवासी मौजूद थे।
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