Advertisement
सेवा संघ संस्था ने भट्ठा मजदूरों के बच्चों में वितरित की जर्सियां

कैथल। सेवा संघ संस्था द्वारा भट्ठा मजदूरों के बच्चों को सर्दी से बचाने हेतु जर्सियां वितरित की गईं। तितरम गांव के महॢष वाल्मीकि चौपाल में आयोजित कार्यक्रम में यह बच्चे एकत्रित हुए, जहां उन्हें उनके साइज के अनुसार जर्सी दी गई। इसके बाद हरसौला रोड पर स्थित पूजा भट्ठा पर पहुंचकर वहां काम कर रहे मेहनतकश मजदूरों के बच्चों को ठिठूरती ठंड से बचाने के लिए मौके पर ही जर्सियां वितरित की गईं।
सेवा संघ के संस्थापक एवं महासचिव शिव शंकर पाहवा एवं संस्था के पदाधिकारियों प्रकाश नारंग, चंद्र मलिक, महेंद्र खन्ना, नरेश खरबंदा सहित गांव के समाजसेवी जोगिंद्र सिंह ने जर्सी वितरण कार्यक्रम संपन्न करवाया। पाहवा ने कहा कि लगातार बढ़ती ठंड से बचाने हेतु उन बच्चों तक पहुंचने की कौशिश की गई, जिनके माता-पिता उन्हें गर्म कपड़े खरीदकर देने में समर्थ नहीं है। उन्होंने कहा कि इन बच्चों की पहचान कर 5 से 16 साल तक के करीब 70 बच्चों को जॢसयां दी गई। सर्दी के मौसम में सेवा संघ का यह नियमित कार्यक्रम है तथा हर वर्ष इस मौसम में झुगगी-झोपडिय़ों, गरीब बस्तियों तथा दूरगामी स्कूलों तक पहुंचकर गर्म कपड़े, कंबल वितरित करना सेवा संघ का नियमित कार्यक्रम है।
उन्होंने ये भी कहा कि यही समय रहता है कि संस्थाएं वास्तव में पीडि़त मानवता तक पहुंचकर उनकी मदद करके अपने आप में प्रभु के सान्निध्य में महसूस करते हैं। संस्था का प्रयास यही रहता है कि पिछले 38 साल से चल रहे विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से पीडि़त लोगों की वेदना को पढक़र उनकी हर संभव मदद की जाए। ईंट भट्ठों पर जॢसयां प्राप्त करने वाले अधिकतर बच्चों में पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश व दूरगामी प्रदेशों से आए भट्ठा मजदूरों के बच्चे शामिल थे।
सेवा संघ के संस्थापक एवं महासचिव शिव शंकर पाहवा एवं संस्था के पदाधिकारियों प्रकाश नारंग, चंद्र मलिक, महेंद्र खन्ना, नरेश खरबंदा सहित गांव के समाजसेवी जोगिंद्र सिंह ने जर्सी वितरण कार्यक्रम संपन्न करवाया। पाहवा ने कहा कि लगातार बढ़ती ठंड से बचाने हेतु उन बच्चों तक पहुंचने की कौशिश की गई, जिनके माता-पिता उन्हें गर्म कपड़े खरीदकर देने में समर्थ नहीं है। उन्होंने कहा कि इन बच्चों की पहचान कर 5 से 16 साल तक के करीब 70 बच्चों को जॢसयां दी गई। सर्दी के मौसम में सेवा संघ का यह नियमित कार्यक्रम है तथा हर वर्ष इस मौसम में झुगगी-झोपडिय़ों, गरीब बस्तियों तथा दूरगामी स्कूलों तक पहुंचकर गर्म कपड़े, कंबल वितरित करना सेवा संघ का नियमित कार्यक्रम है।
उन्होंने ये भी कहा कि यही समय रहता है कि संस्थाएं वास्तव में पीडि़त मानवता तक पहुंचकर उनकी मदद करके अपने आप में प्रभु के सान्निध्य में महसूस करते हैं। संस्था का प्रयास यही रहता है कि पिछले 38 साल से चल रहे विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से पीडि़त लोगों की वेदना को पढक़र उनकी हर संभव मदद की जाए। ईंट भट्ठों पर जॢसयां प्राप्त करने वाले अधिकतर बच्चों में पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश व दूरगामी प्रदेशों से आए भट्ठा मजदूरों के बच्चे शामिल थे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Advertisement
Advertisement
कैथल
हरियाणा से
सर्वाधिक पढ़ी गई
Advertisement
Traffic
Features
