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नकली खाद और कीटनाशक दवाओं की शिकायत के लिए अलग नंबर शुरू होगाः धालीवाल

चंडीगढ़। कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने सभी फील्ड अधिकारियों को बीते दिनों बारिश के कारण खऱाब हुई फसलों के असली आंकड़े भेजने के आदेश दिए हैं। पंजाब भवन में कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों और मुख्य कृषि अफसरों के साथ बैठक के दौरान धालीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि फसलों के हुए नुकसान का मुआवज़ा बैसाखी के आसपास देना शुरू कर दिया जाएगा। इसलिए मुख्य कृषि अफ़सर नुकसान की असली तस्वीर राज्य सरकार के सामने पेश करें।
उन्होंने कहा कि असली आंकड़े सिफ़ारिश रहित और किसानों को किसी भी परेशानी के बिना जल्द भेजने को सुनिश्चित बनाया जाए। इस मौके पर धालीवाल ने नकली खाद और नकली कीटनाशक दवाओं संबंधी गंभीर नोटिस लेते हुए ऐलान किया कि जल्द ही किसानों की सुविधा के लिए एक अलग शिकायत नंबर जारी किया जाएगा। ऐसी शिकायतों का निपटारा समयबद्ध तरीके से करने के लिए उन अधिकारियों को विशेष हिदायतें जारी कीं।
उन्होंने कहा कि खाद और कीटनाशक दवाओं की क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दोषी किसी भी कीमत पर क्षमा नहीं किए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए कि किसानों को पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी द्वारा सिफ़ारिश किए गए मानक बीज खरीदने के लिए जागरूक किया जाए। जो कि प्राकृतिक आपदाओं को बर्दाश्त कर सकने की क्षमता रखते हों।
धालीवाल ने आगामी गेहूँ के खरीद सीजन के लिए भी अधिकारियों को ख़ास निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को नाड़ न जलाने के लिए प्रेरित किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भूसे का प्रयोग चारे के लिए ही हो। उन्होंने किसानों के लिए जागरूक कैंप लगाने के लिए भी कहा।
उन्होंने कहा कि कपास का एरिया बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार गंभीर यत्न कर रही है। कपास पट्टी के किसानों को 33 प्रतिशत सब्सिडी पर बीज दिए जाएंगे। सब्सिडी पर बीज खरीदने और कपास लगाने के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित किया जाए। मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा किए गए ऐलान के मुताबिक कपास पट्टी के किसानों को समय पर पानी दिया जाएगा।
कृषि मंत्री ने हिदायत दी कि कम समय और कम पानी लेने वाली धान की पीआर 126 किस्म के बीजों को लगाने के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित किया जाए। धान की पीआर 126 किस्म के अधीन इस साल अधिक से अधिक क्षेत्रफल लाने के लिए फील्ड अधिकारी अब से ही कोशिशें तेज़ कर दें। जो इलाके धान की सीधी बिजाई के लिए ज़्यादा अनुकूल हैं, अधिकारी उन इलाकों का चयन करें और वहाँ के किसानों को सीधी बिजाई के लिए प्रेरित करें।
धालीवाल ने कहा कि किसानों के कल्याण और आर्थिकता को मज़बूत करने के लिए राज्य की कृषि नीति तैयार की जा रही है। इस मकसद के लिए आम लोगों से सुझाव माँगे गए हैं। उन्होंने फील्ड अफसरों को कहा कि यदि उनके इलाकों में कोई सफल या प्रोग्रेसिव किसान है तो उससे सुझाव भिजवाए जाएँ। पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीति का ख़ास जि़क्र करते हुए कहा कि किसी भी भ्रष्ट या रिश्वतखोर अधिकारी या कर्मचारी को किसी भी कीमत पर बख़्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसानों का कल्याण हरेक अधिकारी और कर्मचारी की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इस मौके पर कृषि विभाग के प्रमुख सचिव सुमेर सिंह गुर्जर, डायरेक्टर गुरविन्दर सिंह, सभी जि़लों के मुख्य कृषि अफ़सर और मुख्य दफ़्तर के अन्य सीनियर अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि असली आंकड़े सिफ़ारिश रहित और किसानों को किसी भी परेशानी के बिना जल्द भेजने को सुनिश्चित बनाया जाए। इस मौके पर धालीवाल ने नकली खाद और नकली कीटनाशक दवाओं संबंधी गंभीर नोटिस लेते हुए ऐलान किया कि जल्द ही किसानों की सुविधा के लिए एक अलग शिकायत नंबर जारी किया जाएगा। ऐसी शिकायतों का निपटारा समयबद्ध तरीके से करने के लिए उन अधिकारियों को विशेष हिदायतें जारी कीं।
उन्होंने कहा कि खाद और कीटनाशक दवाओं की क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दोषी किसी भी कीमत पर क्षमा नहीं किए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए कि किसानों को पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी द्वारा सिफ़ारिश किए गए मानक बीज खरीदने के लिए जागरूक किया जाए। जो कि प्राकृतिक आपदाओं को बर्दाश्त कर सकने की क्षमता रखते हों।
धालीवाल ने आगामी गेहूँ के खरीद सीजन के लिए भी अधिकारियों को ख़ास निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को नाड़ न जलाने के लिए प्रेरित किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भूसे का प्रयोग चारे के लिए ही हो। उन्होंने किसानों के लिए जागरूक कैंप लगाने के लिए भी कहा।
उन्होंने कहा कि कपास का एरिया बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार गंभीर यत्न कर रही है। कपास पट्टी के किसानों को 33 प्रतिशत सब्सिडी पर बीज दिए जाएंगे। सब्सिडी पर बीज खरीदने और कपास लगाने के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित किया जाए। मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा किए गए ऐलान के मुताबिक कपास पट्टी के किसानों को समय पर पानी दिया जाएगा।
कृषि मंत्री ने हिदायत दी कि कम समय और कम पानी लेने वाली धान की पीआर 126 किस्म के बीजों को लगाने के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित किया जाए। धान की पीआर 126 किस्म के अधीन इस साल अधिक से अधिक क्षेत्रफल लाने के लिए फील्ड अधिकारी अब से ही कोशिशें तेज़ कर दें। जो इलाके धान की सीधी बिजाई के लिए ज़्यादा अनुकूल हैं, अधिकारी उन इलाकों का चयन करें और वहाँ के किसानों को सीधी बिजाई के लिए प्रेरित करें।
धालीवाल ने कहा कि किसानों के कल्याण और आर्थिकता को मज़बूत करने के लिए राज्य की कृषि नीति तैयार की जा रही है। इस मकसद के लिए आम लोगों से सुझाव माँगे गए हैं। उन्होंने फील्ड अफसरों को कहा कि यदि उनके इलाकों में कोई सफल या प्रोग्रेसिव किसान है तो उससे सुझाव भिजवाए जाएँ। पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीति का ख़ास जि़क्र करते हुए कहा कि किसी भी भ्रष्ट या रिश्वतखोर अधिकारी या कर्मचारी को किसी भी कीमत पर बख़्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसानों का कल्याण हरेक अधिकारी और कर्मचारी की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इस मौके पर कृषि विभाग के प्रमुख सचिव सुमेर सिंह गुर्जर, डायरेक्टर गुरविन्दर सिंह, सभी जि़लों के मुख्य कृषि अफ़सर और मुख्य दफ़्तर के अन्य सीनियर अधिकारी उपस्थित थे।
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