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24 घंटे में बाघ का दूसरा हमला, पलायन को मजबूर हुए ग्रामीण
पीलीभीत। बाघ का हमला होने के बाद टाइगर रिजर्व
व वन विभाग के अधिकारी घटना को झुठलाने में लग जाते है, न कि उस पर कोई प्रभावी
कदम उठाएं। विभाग की इस लापरवाही से घटनाएं बराबर बढ़ रही है। उधर वन विभाग के अधिकारी टाइगर
रिजर्व में अपराध को रोकने के लिए कार्यशाला कर रहे थे, इधर बाघ ने हमला कर एक
ग्रामीण को घायल कर दिया। ग्रामीण को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर
हमले की सूचना मिलने पर वन संरक्षक ने घटनास्थल और उसके आस पास बाघ के पगमार्क
तलाशने का आदेश दिया है। लेकिन जिस तरह से हमला हुआ है उससे तो बाघ के हमले की
पुष्टि हो रही है। वन सरंक्षक ने घटना के बाद पेट्रोलिंग बढाने के आदेश दिये हैं।
मंगलवार को दोपहर बारह बजे के आसपास थाना गजरौला की माला कॉलोनी निवासी सुनील पुत्र शिशुवर मंडल (52) जंगल के पास अपने गेहूं के खेत पर गया था। वहीं पड़ोस में गौरंग तपाली भी अपने खेत पर काम कर रहा था। अचानक सुनील पर बाघ ने हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सुनील के सीने, हाथ व कंधे पर पंजे लगे हैं साथ ही बायें हाथ का पंजा भी बाघ ने चबा लिया।
बाघ के अचानक हमले पर पड़ोस के खेत में काम कर रहे गौरंग ने शोर मचाया। इसके बाद आस-पास काम कर रहे मजदूरों ने शोर मचाकर उसे बामुश्किल बचाया। घटना की जानकारी वन विभाग को दी गई। पीलीभीत टाईगर रिजर्व का एक वन दरोगा मौके पर गया। उसे किसी तरह मुख्य मार्ग तक लाया। जहां से 108 एंबुलेंस से उसे जिला अस्पताल लाया गया।
जिला अस्पताल में भर्ती सुनील ने बताया कि वह अपने खेत पर काम कर रहा था। तभी उस पर बाघ ने हमला कर दिया। उस पर हमला होने के बाद आसपास के लोगों ने शोर मचाया तो बाघ वहां से भाग निकला। उसका कहना था कि उसके शरीर पर धारियां थी और वह बहुत बडा था।
मंगलवार को दोपहर बारह बजे के आसपास थाना गजरौला की माला कॉलोनी निवासी सुनील पुत्र शिशुवर मंडल (52) जंगल के पास अपने गेहूं के खेत पर गया था। वहीं पड़ोस में गौरंग तपाली भी अपने खेत पर काम कर रहा था। अचानक सुनील पर बाघ ने हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सुनील के सीने, हाथ व कंधे पर पंजे लगे हैं साथ ही बायें हाथ का पंजा भी बाघ ने चबा लिया।
बाघ के अचानक हमले पर पड़ोस के खेत में काम कर रहे गौरंग ने शोर मचाया। इसके बाद आस-पास काम कर रहे मजदूरों ने शोर मचाकर उसे बामुश्किल बचाया। घटना की जानकारी वन विभाग को दी गई। पीलीभीत टाईगर रिजर्व का एक वन दरोगा मौके पर गया। उसे किसी तरह मुख्य मार्ग तक लाया। जहां से 108 एंबुलेंस से उसे जिला अस्पताल लाया गया।
जिला अस्पताल में भर्ती सुनील ने बताया कि वह अपने खेत पर काम कर रहा था। तभी उस पर बाघ ने हमला कर दिया। उस पर हमला होने के बाद आसपास के लोगों ने शोर मचाया तो बाघ वहां से भाग निकला। उसका कहना था कि उसके शरीर पर धारियां थी और वह बहुत बडा था।
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पीलीभीत
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