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बरेली जा रहे समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन को पुलिस ने मेरठ एक्सप्रेसवे पर रोका

पुलिस की तरफ से रोके जाने पर सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि अपने देश और प्रदेश में जाने पर भी हमारे साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "अगर आतंकवादियों के साथ भी इस तरह का व्यवहार होता तो पुलवामा और पहलगाम अटैक न होते। उनको रोका जाना चाहिए था, यही असली बहादुरी थी।"
हरेंद्र मलिक ने कहा, 'हम बरेली में लोगों के घाव पर मरहम लगाने के लिए जा रहे हैं। प्रदेश में जो सरकार की विचारधारा के लोग नहीं हैं, उन्हें टारगेट करने की कोशिश की जा रही है।"
सांसद इकरा हसन ने कहा कि बरेली में जो हालात बनाए गए हैं, उन्हें देखते हुए सभी के मन में चिंता है। लगातार एक समुदाय को प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 'आई लव मोहम्मद' यह एक पॉजिटिव संदेश है। इसमें नफरत वाली कोई बात नहीं है, लेकिन इससे चिढ़ने के कारण प्रशासन कार्रवाई कर रहा है और इसमें सत्ता का हाथ है।
समाजवादी पार्टी ने बरेली में प्रदर्शनकारियों के ऊपर लाठीचार्ज के बाद उनसे मुलाकात के लिए 14 सांसदों और विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला लिया था। इसमें समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे भी शामिल हैं। हालांकि, इन दोनों नेताओं को बरेली निकलने से पहले ही उनके घर में नजरबंद किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है।
--आईएएनएस
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