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संघ की सलाह,नीतीश से BJPफिर करले दोस्ती

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भारतीय जनता पार्टी को बिहार में नीतीश कुमार से फिर से दोस्ती करने की सलाह दी है। भाजपा और जदयू के बीच 17 साल पुराना गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले खत्म हो गया था। संघ ने इसका फैसला भाजपा पर छोड दिया है।
संघ की तरफ से यह संदेश दिल्ली में भाजपा और आरएसएस की समन्वय बैठक के दौरान दिया गया।
यह बैठक केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के घर पर हुई थी, जिसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, महासचिव संगठन रामलाल, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरूण जेटली और गडकरी मौजूद थे। संघ की तरफ से भैय्याजी जोशी, कृष्ण गोपाल और सुरेश सोनी उपस्थित थे। भूमि अधिग्रहण मुद्दे पर संघ ने की सरकार की तारीफ सूत्रों के मुताबिक, आरएसएस नेताओं ने भूमि अधिग्रहण बिल पर भाजपा के रूख की प्रशंसा की। हालांकि संघ ने भाजपा को संभलकर चलने को कहा है ताकि उस पर किसान विरोधी का ठप्पा ना लगे।
संघ ने विश्वास दिलाया कि उसके कार्यकर्ता इस बिल के सकारात्मक पहलुओं को उजागर करने का काम करेंगे और गांवों और किसानों को इस बारे में जानकारी दी जाएगी। आरएसएस का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ता केंद्र सरकार के 10 महीने के काम से नाराज हैं। भाजपा के कार्यकर्ता हर राज्य से शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें लगता ही नहीं कि उनकी सरकार केंद्र में है। यह शिकायत आम है कि मंत्रियों तक पहुंचना कठिन हो गया है।
पार्टी में भी कमोबेश यही स्थिति है। सूत्रों का कहना है कि संघ ने इस शिकायत के निवारण के लिए एक अलग टीम बनाने का सुझाव दिया है। इस नाराजगी को दूर करने के लिए संघ स्वयं इसकी मॉनिटरिंग करेगा।
यह बैठक केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के घर पर हुई थी, जिसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, महासचिव संगठन रामलाल, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरूण जेटली और गडकरी मौजूद थे। संघ की तरफ से भैय्याजी जोशी, कृष्ण गोपाल और सुरेश सोनी उपस्थित थे। भूमि अधिग्रहण मुद्दे पर संघ ने की सरकार की तारीफ सूत्रों के मुताबिक, आरएसएस नेताओं ने भूमि अधिग्रहण बिल पर भाजपा के रूख की प्रशंसा की। हालांकि संघ ने भाजपा को संभलकर चलने को कहा है ताकि उस पर किसान विरोधी का ठप्पा ना लगे।
संघ ने विश्वास दिलाया कि उसके कार्यकर्ता इस बिल के सकारात्मक पहलुओं को उजागर करने का काम करेंगे और गांवों और किसानों को इस बारे में जानकारी दी जाएगी। आरएसएस का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ता केंद्र सरकार के 10 महीने के काम से नाराज हैं। भाजपा के कार्यकर्ता हर राज्य से शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें लगता ही नहीं कि उनकी सरकार केंद्र में है। यह शिकायत आम है कि मंत्रियों तक पहुंचना कठिन हो गया है।
पार्टी में भी कमोबेश यही स्थिति है। सूत्रों का कहना है कि संघ ने इस शिकायत के निवारण के लिए एक अलग टीम बनाने का सुझाव दिया है। इस नाराजगी को दूर करने के लिए संघ स्वयं इसकी मॉनिटरिंग करेगा।
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