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कुढ़नी उपचुनाव परिणाम के बाद राजद नेता ने भी नीतीश से मांगा इस्तीफा

पटना । बिहार के कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा की मांग होने लगी है। भाजपा के बाद बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल सबसे बड़े दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एक नेता ने भी शुक्रवार को नीतीश से इस्तीफे की मांग कर दी। कुढ़नी से राजद के पूर्व विधायक अनिल सहनी ने उपचुनाव में महागठबंधन प्रत्याशी की हार के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हार का जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उनसे अति पिछड़ा वर्ग नाराज है।
उन्होंने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि कुढ़नी की हार महागठबंधन की नहीं बल्कि नीतीश कुमार की हार है। अब समय आ गया है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाया जाए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के मुख्यमंत्री बनने से महागठबंधन भी मजबूत होगा।
पूर्व विधायक अनिल सहनी ने यहां तक कह दिया कि राजद ने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए जदयू की मांग पर सिटिंग सीट जदयू को सौंप दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुढ़नी उप चुनाव में प्रचार करने भी गए, जबकि हाल में ही गोपालगंज और मोकामा में उप चुनाव में वे प्रचार में नहीं गए थे।
इससे पहले गुरुवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी नीतीश से इस्तीफे की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि एक मामले में सहनी को अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी, इस कारण कुढ़नी में उप चुनाव हुआ।
--आईएएनएस
उन्होंने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि कुढ़नी की हार महागठबंधन की नहीं बल्कि नीतीश कुमार की हार है। अब समय आ गया है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाया जाए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के मुख्यमंत्री बनने से महागठबंधन भी मजबूत होगा।
पूर्व विधायक अनिल सहनी ने यहां तक कह दिया कि राजद ने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए जदयू की मांग पर सिटिंग सीट जदयू को सौंप दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुढ़नी उप चुनाव में प्रचार करने भी गए, जबकि हाल में ही गोपालगंज और मोकामा में उप चुनाव में वे प्रचार में नहीं गए थे।
इससे पहले गुरुवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी नीतीश से इस्तीफे की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि एक मामले में सहनी को अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी, इस कारण कुढ़नी में उप चुनाव हुआ।
--आईएएनएस
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