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शुष्क बुंदेलखंड का कायाकल्प कर देगा रिकॉर्ड पौधरोपण
प्रदेश सरकार के 24 विभागों को सभी 18 मंडलों में वृहद पौधरोपण की जिम्मेदारी मिली है। सबसे अधिक पौधरोपण लखनऊ मंडल में होना है। इसके बाद क्रमश: कानपुर, चित्रकूट, झांसी और मिर्जापुर मंडल में सर्वाधिक पौधरोपण का लक्ष्य है। सबसे खास बात ये है कि प्रदेश के सर्वाधिक शुष्क इलाकों में शामिल बुंदेलखंड के दो मंडलों में मौजूद सात जिलों चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, झांसी और ललितपुर में योगी सरकार की ओर से 5.34 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे।
इनमें सबसे ज्यादा औद्योगिक और इमारती वृक्षों के पौधे होंगे, उसके बाद फलदार, औषधीय, सुगंधित, पर्यावरणीय, चारा और शोभाकार किस्म के पौधे रोपे जाएंगे। इससे ना सिर्फ बुंदेलखंड क्षेत्र में पर्यावरणीय असंतुलन को खत्म करने में मदद मिलेगी, साथ ही साथ किसानों की आय और कृषि आधारित रोजगार के नये अवसर भी पैदा होंगे।
सरकार पहले ही बुंदेलखंड में औद्यानिक खेती को बढ़ावा देने में जुटी हुई है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। सरकार की ओर से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ मंडल में 4 करोड़, कानपुर में 3.13 करोड़, चित्रकूट में 2.76 करोड़, झांसी में 2.58 करोड़, मिजाफपुर में 2.27 करोड़, अयोध्या में 2.20 करोड़, देवीपाटन में 1.95 करोड़, प्रयागराज में 1.89 करोड़, बरेली में 1.87 करोड़, वाराणसी में 1.78 करोड़, मुरादाबाद में 1.76 करोड़, आगरा में 1.74 करोड़, गोरखपुर में 1.43 करोड़, आजमगढ़ में 1.34 करोड़, अलीगढ़ मंडल में 1.20 करोड़, मेरठ मंडल में 1.14 करोड़, बस्ती मंडल में 1.08 करोड़, सहारनपुर मंडल में 0.88 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य है।
सरकार ने प्रतिवर्ष 35 करोड़ पौधरोपण के साथ अगले 5 साल के लिए भी बड़ा लक्ष्य तय किया है। सरकार 2027 तक 175 करोड़ पौधों को रोपने का लक्ष्य लेकर चल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे तकरीबन 72 मिलियन टन कार्बन डाई ऑक्साइड का अवशेषण किया जा सकेगा।
बता दें कि स्वस्थ और मध्यम आयु का एक वृक्ष प्रतिदिन 225.80 लीटर ऑक्सीजन का उत्पान करता है। ऐसे में आगामी 22 जुलाई से प्रदेश में रोपित किये जाने वाले 35 करोड़ पौधे जब वृक्ष का रूप धारण करेंगे तो प्रतिदिन 7903 करोड़ लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करेंगे।
(आईएएनएस)
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